भारतीय टीम के युवा ओपनर यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) ने विशाखापट्नम टेस्ट के शुरूआती दो दिनों में जबरदस्त धमाल मचाया और अपने करियर का पहला दोहरा शतक बनाने में कामयाब रहे। जायसवाल ने दूसरे टेस्ट के पहले दिन छक्के के साथ अपना शतक पूरा किया था, जबकि दूसरे दिन उन्होंने छक्के और चौके की मदद से अपने दोहरे शतक को हासिल किया। इस युवा खिलाड़ी ने अपने छोटे से करियर में अभी तक जिस तरह का निडर एप्रोच दिखाया है, उसको देखते हुए कुछ लोग अभी से उनकी तुलना वीरेंदर सहवाग से करने लगे हैं, जो अपने करियर में आक्रामक होकर खेलने के लिए जाने जाते थे। हालाँकि, प्रज्ञान ओझा ने जायसवाल की सहवाग से तुलना पर धैर्य रखने को कहा है।
यशस्वी जायसवाल ने इंग्लैंड के खिलाफ अपनी 209 रनों की पारी के दौरान 19 चौके और सात जबरदस्त छक्के भी लगाए। उन्होंने स्पिनर्स को सेट होने का मौका नहीं दिया और अपना आक्रामक अंदाज दिखाया। पूर्व भारतीय दिग्गज ओपनर वीरेंदर सहवाग ने भी अपने करियर में बेखौफ होकर खेला और तेजी से शुरुआत दिलाने के लिए जाने जाते थे। इसी वजह से जायसवाल को अगला सहवाग कहा जा रहा है।
हालाँकि, भारत के पूर्व स्पिनर, प्रज्ञान ओझा ने फैंस से धैर्य रखने का आग्रह किया और कहा कि भारतीय दिग्गज से तुलना करने से पहले जयसवाल को अभी एक लंबा रास्ता तय करना है। सिनेप्लेक्स पर ओझा ने कहा,
यह कहा जा सकता है कि वह बेखौफ क्रिकेट खेल रहे हैं। हालाँकि, अगर आप वीरेंदर सहवाग की बात करें तो यह एक, दो या तीन मैचों की बात नहीं है। आप बात करें कि उनका पूरा करियर कैसा रहा है। तो ये तो बस शुरुआत है। हम देखेंगे कि वह आगे कैसे खेलते हैं। हम प्रार्थना करेंगे कि वह इसी तरह खेलें लेकिन यह देखना होगा कि वह उम्मीदों को किनारे रखकर किस तरह निडर होकर आक्रमण करते हैं। सहवाग ने कई सालों तक लगातार ऐसा किया। इसलिए अभी जायसवाल को अगला सहवाग कहना जल्दबाजी होगी।