भारतीय टीम (India Cricket Team) के बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़ (Vikram Rathour) ने युवा बैटर्स शुभमन गिल (Shubman Gill), श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) और यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) के लिए धैर्य रखने की गुजारिश की है। राठौड़ ने कहा कि इनके पास टेस्ट क्रिकेट का ज्यादा अनुभव नहीं है। उन्होंने कहा कि ये तीनों समय के साथ निखर जाएंगे।
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दो मैचों की मुश्किल सीरीज के बाद जायसवाल ने इंग्लैंड के खिलाफ हैदराबाद टेस्ट की पहली पारी में 80 रन की तेजतर्रार पारी खेली। हालाँकि, गिल और श्रेयस अय्यर दोनों संघर्ष करते दिखे। दोनों पारियों में ये दोनों बल्लेबाज कम स्कोर पर पवेलियन लौटे।
इंग्लैंड के खिलाफ विशाखापट्टनम टेस्ट से पहले प्रेस कांफ्रेंस में राठौड़ ने भारतीय युवा बल्लेबाजों के बारे में बात करते हुए कहा, 'हमारी टीम में युवा बल्लेबाज हैं, जिन्होंने कम टेस्ट क्रिकेट खेला है। तो हमें उनके साथ थोड़ा धैर्य रखना होगा। शुभमन गिल, यशस्वी जायसवाल और श्रेयस अय्यर निश्चित ही बड़ा स्कोर बनाएंगे।'
राठौड़ ने बताया कि भारतीय बल्लेबाजों को किस स्टाइल में खेलने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि भारतीय बल्लेबाजों को इरादा दिखाना होगा, लेकिन साथ ही पिच और परिस्थितियों का ख्याल रखना होगा।
भारतीय बल्लेबाजी कोच ने कहा, 'इरादे और आक्रामक क्रिकेट खेलने में फर्क है। मैं चाहता हूं कि भारतीय बल्लेबाज इरादे के साथ खेलें। अगर रन बनाने का मौका है तो उन्हें लेना चाहिए। उन्हें पिच और परिस्थिति को देखते हुए खेलना होगा। बल्लेबाजों को सोचना होगा कि पिच पर कौन सा बेस्ट और सुरक्षित शॉट होगा।'
विक्रम राठौड़ ने स्वीकार किया कि भारतीय टीम हैदराबाद टेस्ट की दूसरी पारी में बैटिंग के समय थोड़ा ज्यादा अनुशासनात्मक हो सकती थी। उन्होंने कहा, 'हैदराबाद में अनुशासन के साथ बल्लेबाजी की जा सकती थी। ऐसा करना चाहिए था। वो अपनी योजना के साथ खेलने उतरे थे। मगर उन्हें इस तरह के शॉट्स खेलकर रन बनाने होंगे ताकि आप अपनी ताकत को बढ़ावा दें। बल्लेबाजी हमेशा रन बनाने के बारे में होती है।'