भारतीय टीम (India Cricket Team) के ओपनर यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) इंग्लैंड (England Cricket Team) के खिलाफ हैदराबाद टेस्ट की पहली पारी में भले ही 80 रन बनाकर आउट हो गए हो, लेकिन उन्हें शतक चूकने का जरा भी मलाल नहीं है।
जायसवाल ने अपने शॉट सेलेक्शन शानदार किए। वो क्रीज पर मुश्किल से ही असहज नजर आए। उनका फुटवर्क अच्छा था और कभी खराब शॉट खेलते नजर नहीं आए। उन्होंने योजनाबद्ध तरीके से शॉट खेले।
यशस्वी जायसवाल ने दिन का खेल समाप्त होने के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, 'निश्चित ही अगर मैं शतक पूरा करता तो शानदार होता। मगर मेरी सोच सकारात्मक थी। मैं केवल रन जुटाने पर ध्यान दे रहा था। मैंने अपनी प्रक्रिया पर विश्वास किया। मैंने सुनिश्चित किया कि अपनी पारी आगे बढ़ा सकूं। मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ करने की कोशिश की और कभी आक्रामक खेलना भी अच्छा होता है तो कभी नहीं। मैं गलती करके आउट हो सकता था, लेकिन मेरी कोशिश थी कि अपनी गलती से सबक लूं और टीम के लिए योगदान दूं।'
22 साल के बल्लेबाज ने भारत में अपना पहला टेस्ट खेला। उन्होंने कहा कि अन्य देशों के मुकाबले भारत में माहौल एकदम अलग रहता है। जायसवाल ने कहा, 'यह भारत में मेरा पहला टेस्ट है और मेरी सोच टीम के लिए बेहतर प्रदर्शन करने व योगदान देने की थी। जब मैंने वेस्टइंडीज और दक्षिण अफ्रीका में मैच खेला तो वहां कुछ अलग माहौल था। मगर मुझे सभी जगह खेलने में मजा आया। मैं कहीं भी जाकर देश का प्रतिनिधित्व करूं तो वो गर्व का पल होता है और मेरे लिए सम्मान की बात है।'
बता दें कि भारतीय टीम ने हैदराबाद टेस्ट में इंग्लैंड की पहली पारी 246 रन पर ऑलआउट कर दी। इसके जवाब में भारत ने शुक्रवार को दूसरे दिन स्टंप्स तक 110 ओवर में 7 विकेट खोकर 421 रन बना लिए थे। भारत ने पहली पारी के आधार पर 175 रन की बढ़त बना ली। रविंद्र जडेजा 81* और अक्षर पटेल 35* रन बनाकर क्रीज पर जमे हुए थे।
यशस्वी जायसवाल ने पिच के बारे में कहा, 'विकेट पर अच्छा स्पिन मौजूद है। यह बल्लेबाजों के लिए पाटा विकेट नहीं है। यहां स्पिनर्स के लिए मदद मौजूद है।'