Indian Team Big Mistake : भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टी20 सीरीज खेली जा रही है। इस दौरान पहले तीन मैचों में कप्तान सूर्यकुमार यादव ने एक ही तरह का पैटर्न अपनाया है। वो लगातार टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी कर रहे हैं। राजकोट में खेले गए तीसरे मैच में ऐसा लगा था कि सूर्या पहले बैटिंग करेंगे लेकिन यहां पर भी उन्होंने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। हालांकि अभी तक भारत को उनके इस फैसले से जीत मिली है लेकिन इसके नुकसान भी हैं।
हम आपको वो तीन कारण बताते हैं कि क्यों टीम इंडिया का लगातार पहले गेंदबाजी करने का फैसला उतना सही नहीं है।
3.टीम की बैटिंग नहीं हो पा रही है टेस्ट
भारतीय टीम ने अभी तक पहले तीन मैचों में बाद में बल्लेबाजी की है। इसी वजह से टीम इंडिया की बल्लेबाजी पूरी तरह से टेस्ट नहीं हो पा रही है। जब आप पहले बैटिंग करते हैं तो फिर बल्लेबाज ज्यादा खुलकर खेल पाते हैं और उनकी पूरी क्षमता का पता चल पाता है कि वो किस तरह से बैटिंग कर सकते हैं। दूसरी पारी में बल्लेबाजी करते हुए थोड़ा दबाव रहता है। ऐसे में बल्लेबाजों की पूरी क्षमता का पता नहीं चलता है।
2.भारतीय गेंदबाजों के टारगेट डिफेंड कर पाने की क्षमता का पता नहीं लग पाना
जब तक भारतीय टीम पहले बल्लेबाजी नहीं करेगी, तब तक पता नहीं लग पाएगा कि टीम इंडिया के गेंदबाज टारगेट डिफेंड कर सकते हैं या नहीं। पहले गेंदबाजी करते हुए तो भारतीय बॉलर्स ने तो अच्छा प्रदर्शन किया है। खासकर स्पिनर्स का बोलबाला देखने को मिला है। तीसरे टी20 मैच में तो वरुण चक्रवर्ती ने जबरदस्त गेंदबाजी करते हुए 5 विकेट लिए। हालांकि इनकी असली क्षमता का तब पता चलेगा जब ये खिलाडी टारगेट को डिफेंड करेंगे।
1.भारतीय टीम पहले बैटिंग करते हुए कितना बड़ा स्कोर बना पाती है
जब टारगेट का पीछा करते हैं तो फिर एक निश्चित स्कोर तक ही जा पाते हैं लेकिन जब टीम पहले बैटिंग करती है तो फिर टारगेट की कोई सीमा नहीं हो पाती है। अगर भारतीय टीम पहले बल्लेबाजी करते तो काफी बड़ा स्कोर बना सकती थी। दूसरी पारी में बैटिंग करते हुए ऐसा नहीं हो पा रहा है। ऐसे में सूर्यकुमार यादव को चाहिए कि वो टॉस जीतकर पहले बैटिंग करें ताकि टीम बड़ा स्कोर बनाकर अपनी क्षमता को टेस्ट कर सके।