भारत और इंग्लैंड (IND vs ENG) के बीच आज से राजकोट में तीसरा टेस्ट शुरू हुआ। भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया लेकिन उनकी शुरुआत खराब रही। हालाँकि 3 विकेट जल्दी गिरने के बाद रोहित शर्मा ने रविंद्र जडेजा के साथ मिलकर टीम को संभाला और पहले दिन स्टंप्स के समय तक भारत ने 86 ओवर में 326/5 का स्कोर बना लिया था।
रोहित शर्मा और रविंद्र जडेजा ने शतकीय पारियां खेलकर 200 से ज्यादा रनों की साझेदारी निभाई, वहीं अपनी डेब्यू पारी में सरफ़राज़ खान ने 66 गेंदों में 62 रन बनाये लेकिन वह अभाग्यशाली रहे कि स्टंप्स से पहले रन आउट हो गये।
तीसरा टेस्ट, पहला दिन, पहला सत्र
भारतीय टीम को पहला झटका चौथे ओवर में 22 के स्कोर पर लगा, जब यशस्वी जायसवाल सिर्फ 10 रन बनाकर मार्क वुड की गेंद पर आउट हो गये। इसके बाद शुभमन गिल भी अपना खाता खोले बिना छठे ओवर में 24 के स्कोर पर मार्क वुड की ही गेंद पर पवेलियन लौट गये। रजत पाटीदार भी सिर्फ 5 रन ही बना सके और नौवें ओवर में 33 के स्कोर पर उन्हें टॉम हार्टली ने चलता किया।
यहाँ से रोहित शर्मा ने रविंद्र जडेजा के साथ मिलकर टीम को संभाला और लंच तक चौथे विकेट के लिए दोनों के बीच 60 रनों की अविजित साझेदारी हो चुकी थी। रोहित शर्मा ने अपना 17वां और जुलाई 2023 के बाद पहला टेस्ट अर्धशतक पूरा किया। पहला सत्र खत्म होने के समय रोहित शर्मा 52 और रविंद्र जडेजा 24 रन बनाकर नाबाद थे।
तीसरा टेस्ट, पहला दिन, दूसरा सत्र
लंच क बाद दोनों बल्लेबाजों ने टीम को 100 के पार पहुंचाया और ड्रिंक्स के समय तक दोनों के बीच 100 रनों की साझेदारी भी पूरी हुई, जो इस सीरीज में भारत की पहली शतकीय साझेदारी है। रविंद्र जडेजा ने होम ग्राउंड में अपना शानदार रिकॉर्ड कायम रखा और 21वां टेस्ट अर्धशतक पूरा किया।
चाय के समय रोहित शर्मा 97 और रविंद्र जडेजा 68 रन बनाकर नाबाद थे। दोनों के बीच अभी तक 152 रनों की बेहतरीन साझेदारी हो चुकी थी। लंच से चाय के बीच भारत ने 27 ओवर में बिना विकेट खोये 92 रन बनाये।
तीसरा टेस्ट, पहला दिन, तीसरा सत्र
चाय के तुरंत बाद रोहित शर्मा ने अपना 11वां टेस्ट शतक पूरा किया और टीम को 200 के पार पहुंचाया। रोहित शर्मा ने 131 रनों की शानदार पारी खेली और 64वें ओवर में 237 के स्कोर पर आउट होने से पहले उन्होंने जडेजा के साथ चौथे विकेट के लिए 204 रनों की जबरदस्त साझेदारी निभाई।
रोहित के आउट होने के बाद सरफ़राज़ खान बल्लेबाजी के लिए आये और डेब्यू पारी में ही उन्होंने सिर्फ 48 गेंदों में ताबड़तोड़ अर्धशतक जड़ दिया। सरफ़राज़ बहुत ही बेहतरीन बल्लेबाजी कर रहे थे लेकिन जडेजा का शतक पूरा करवाने के चक्कर में वह रन आउट हो गये। आउट होने से पहले उन्होंने जडेजा के साथ मिलकर पांचवें विकेट के लिए 77 रन जोड़े और टीम को 300 के पार पहुंचाया।
सरफ़राज़ के आउट होने के बाद जडेजा ने अपना चौथा टेस्ट शतक पूरा किया और पहले दिन का खेल खत्म होने के समय वह 110 रन बनाकर नाबाद थे। जडेजा के साथ नाईट वॉचमैन कुलदीप 1 रन बनाकर नाबाद लौटे। आखिरी सत्र में भारतीय टीम ने 34 ओवर में 2 विकेट के नुकसान पर 141 रन बनाये।
भारत के लिए इस टेस्ट में सरफ़राज़ खान और ध्रुव जुरेल ने अपना टेस्ट डेब्यू किया है। दोनों ही खिलाड़ी भारत की तरफ से टेस्ट खेलने वाले 311वें और 312वें खिलाड़ी बने। 2006 में इंग्लैंड के खिलाफ ही मोहाली टेस्ट के बाद पहली बार ऐसा हुआ है जब भारत के दो खिलाड़ियों ने एक ही मैच में अपना अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया। उस मैच में मुनाफ पटेल और पीयूष चावला ने अपना डेब्यू किया था।