भारतीय कप्तान विराट कोहली (Virat kohli) ने लॉर्ड्स टेस्ट मैच में इंग्लैंड की टीम (IND vs ENG) के साथ हुई स्लेजिंग को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मैं उन शब्दों के बारे में कुछ नहीं कहूँगा जो वहां इस्तेमाल हुए हैं। भारतीय टीम में लॉर्ड्स टेस्ट मैच में जीत दर्ज करते हुए पांच मैचों की सीरीज में 1-0 से बढ़त हासिल कर ली है। 25 अगस्त को हेडिंग्ले में तीसरा मैच शुरू होगा।
विराट कोहली ने प्रेस वार्ता में कहा कि मुझे लगता है कि मैं बोले गए शब्दों का विवरण नहीं दे सकता। यह कैमरों और स्टंप माइक के लिए है कि वे दोनों टीमों के लिए समान रूप से चुनें और फिर उनका विश्लेषण किया जाए। मैदान पर क्या कहा गया है और क्या किया गया है, इससे आपको एक टीम के रूप में और भी मजबूती से एक साथ आने के लिए अतिरिक्त प्रेरणा मिलती है। तब और भी स्पष्टता आती है कि आपको क्या करना है।
भारतीय कप्तान ने यह भी कहा कि ये चीजें प्रतिस्पर्धी खेल का हिस्सा हैं। उन्होंने यह भी कहा कि प्रत्येक टेस्ट भारत के लिए अपने प्रतिस्पर्धी ब्रांड क्रिकेट खेलने का अवसर है। कोहली ने यह भी बताया कि पहले टेस्ट का पांचवां दिन बारिश से धुलने के बाद किस तरह से भारतीय निराश हुई थी। उन्होंने कहा कि टीम को लग रहा था कि उनके पास मैच में सकारात्मक परिणाम आने का एक बहुत अच्छा अवसर था। भारत ने उस प्रदर्शन को लॉर्ड्स में ले जाकर मैच में जीत दर्ज की।
गौरतलब है कि भारतीय टीम ने लॉर्ड्स टेस्ट मैच में बेहतरीन गेंदबाजी के दम पर इंग्लैंड की टीम को हरा दिया। सीरीज में 1-0 से बढ़त बनाने के बाद अब टीम इंडिया के पास मनोवैज्ञानिक बढ़त भी है। देखना होगा कि हेडिंग्ले टेस्ट मैच में भारतीय टीम की रणनीति क्या रहेगी।
इंग्लैंड की टीम के लिए गेंदबाजों की चोट एक मुख्य समस्या बनी है। स्टुअर्ट ब्रॉड पहले टेस्ट के बाद चोटिल होकर बाहर हुए थे। मार्क वुड लॉर्ड्स टेस्ट के बाद अब तीसरे टेस्ट के लिए उपलब्ध नहीं हैं। ऐसे में इंग्लैंड के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं।