भारतीय कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) एक पेशन के साथ खेलते हैं। मैदान (IND vs ENG) पर उनका रवैया भी आक्रामक रहता है और फैन्स इस आक्रामकता को पसंद भी करते हैं। पूर्व भारतीय खिलाड़ी फारुख इंजीनियर ने कहा है कि वह विराट कोहली की आक्रामकता की प्रशंसा करते हैं लेकिन वह कभी-कभी बहक जाते हैं।
इंडिया टुडे से बातचीत में फारुख इंजीनियर ने कहा कि मैं इसके लिए विराट की प्रशंसा करता हूं। वह आक्रामक कप्तान रहे हैं। यह अच्छा है। बेशक, यह सीमा के भीतर होना चाहिए। अन्यथा अंपायर या मैच रेफरी हस्तक्षेप कर सकते हैं। कभी-कभी उन्हें आक्रामकता कम करनी चाहिए, वह कभी-कभी थोड़ा बहुत बहक जाते हैं। लेकिन मुझे उसकी आक्रामकता पसंद है। वह बहुत अच्छे कप्तान हैं। इसके लिए मैं उपलब्ध हूं। मुझे लगता है कि वह दुनिया के बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक हैं।
फारुख इंजीनियर ने यह भी कहा कि जब वह खेलते थे, उस समय विपक्षी टीम के खिलाड़ी उन्हें ब्लडी इंडियंस कहते थे। उन्होंने कहा कि मैं बल्ले से रन बनाते हुए सम्मान प्राप्त करता था। वे हमारे बोलने के एक्सेंट का भी मजाक बनाया करते थे। तब विपक्ष को अहसास होने लगा कि भारतीय क्रिकेटर मूर्ख नहीं हैं और किसी भी तरह से उनसे कमतर नहीं हैं।
इंजीनियर ने यह भी कहा कि सूर्यकुमार यादव को तीसरे टेस्ट के लिए भारतीय टीम की प्लेइंग इलेवन में शामिल करना चाहिए। उनके अनुसार सूर्यकुमार यादव तेजी से कुछ रन बना सकते हैं और यादव का खेल भी मुझे पसंद है। इसके अलावा लॉर्ड्स टेस्ट मैच में मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह की बैटिंग को लेकर भी प्रतिक्रिया दी और दोनों की तारीफ की।
भारतीय टीम ने अब तक खेले गए दोनों टेस्ट मैचों में इंग्लैंड से बेहतर खेल दिखाया है। पहले टेस्ट मैच के पांचवें दिन भी भारतीय टीम बेहतर स्थिति में थी लेकिन बारिश के कारण ऐसा नहीं हो पाया और मैच ड्रॉ हो गया। इसके अलावा दूसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन इंग्लैंड की स्थिति अच्छी थी लेकिन शमी और बुमराह की साझेदारी ने इंग्लैंड की तरफ जाते हुए मैच को भारत के पक्ष में कर दिया।