इंग्लैंड के निडर बल्लेबाजी एप्रोच को 'बैजबॉल' का नाम दिया गया है, क्योंकि यह चीज ब्रेंडन मैकलम के टेस्ट कोच बनने के बाद से ही शुरू हुई थी और उनका निकनेम 'बैज' है। इंग्लिश टीम ने अपने आक्रामक बल्लेबाजी एप्रोच से काफी सफलता हासिल की है और इस चुनौती के लिए आगामी टेस्ट सीरीज (IND vs ENG) में भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह (Jaspreet Bumrah) भी तैयार हैं।
बुमराह ने साल 2022 में खेले गए पांचवें टेस्ट मुकाबले में कप्तान के रूप में इसका स्वाद चखा था, जब इंग्लैंड ने कोविड के कारण रिशेड्यूल टेस्ट को जीतकर सीरीज बराबर करने में सफलता हासिल की थी। उस मुकाबले में इंग्लैंड ने 378 के लक्ष्य को सिर्फ तीन विकेट खोकर हासिल कर लिया था। हालाँकि, इसके बावजूद जसप्रीत बुमराह बैजबॉल को लेकर चिंतित नहीं हैं और उनका मानना है कि इंग्लैंड के इस एप्रोच से उनके पास विकेट लेने के ज्यादा से ज्यादा अवसर होंगे।
जसप्रीत बुमराह ने द गार्जियन को बताया,
मैं वास्तव में बैजबॉल शब्द से संबंधित नहीं हूं, लेकिन वे सफल क्रिकेट खेल रहे हैं और विपक्ष पर दबाव बनाने के लिए आक्रामक तरीके से खेल रहे हैं, दुनिया को दिखा रहे हैं कि टेस्ट क्रिकेट खेलने का एक और तरीका है। एक गेंदबाज के रूप में, मुझे लगता है कि यह मुझे गेम में रखता है। और अगर वे इसके लिए जा रहे हैं, तो इतनी तेजी से खेल रहे हैं, वे मुझे थकाएंगे नहीं, मैं ढेर सारे विकेट प्राप्त कर सकता हूं। मैं हमेशा सोचता हूं कि मैं अपने लाभ के लिए चीजों का उपयोग कैसे कर सकता हूं। उनके लिए अच्छा है, लेकिन एक गेंदबाज के रूप में आप गेम में रहेंगे।
गौरतलब हो कि इंग्लैंड के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज में जसप्रीत बुमराह की भूमिका काफी अहम होगी, क्योंकि वह तेज गेंदबाजी आक्रमण में सबसे अनुभवी गेंदबाज होंगे। उनका साथ देने के लिए मोहम्मद सिराज, मुकेश कुमार और आवेश खान को चुना गया है।