इंग्लैंड टीम के पूर्व कप्तान जो रूट (Joe Root) का प्रदर्शन भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज में अभी तक उतना अच्छा नहीं रहा है। इसके पीछे पूर्व क्रिकेटर मार्क बुचर ने बड़ी वजह बताई है। उन्होंने कहा कि गेंदबाजी करने की वजह से जो रूट का वर्कलोड बढ़ गया है और इसी वजह से बैटिंग में उनके परफॉर्मेंस पर असर पड़ा है। बुचर के मुताबिक जो रूट ने काफी ज्यादा गेंदबाजी इस सीरीज में की है और इसी वजह से वो बल्ले से उतना बेहतर नहीं कर पा रहे हैं।
जो रूट ने इंडिया टूर पर बल्ले से अभी तक कोई कमाल नहीं किया है। अब तक खेले तीन टेस्ट मैच में जो रूट एक भी अर्धशतक नहीं लगा पाए हैं। उनका इस सीरीज में अब तक का सर्वोच्च स्कोर 29 रन रहा है, जो उन्होंने हैदराबाद टेस्ट की पहली पारी में बनाया था। उन्होंने अभी तक 6 पारियों में सिर्फ 77 रन बनाए हैं और इससे पता चलता है कि वो कितनी बुरी तरह से फ्लॉप रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ गेंदबाजी की अगर बात करें तो वो 100 से ज्यादा ओवर डाल चुके हैं और टीम के लिए मेन स्पिनर की भूमिका अदा की है।
ज्यादा गेंदबाजी की वजह से जो रूट की बल्लेबाजी फ्लॉप हुई है - मार्क बुचर
मार्क बुचर के मुताबिक जब टीम के मेन बल्लेबाज से इतनी गेंदबाजी कराई जाएगी तो उसका असर निश्चित तौर पर उसकी बैटिंग पर पड़ेगा। विजडन के मुताबिक उन्होंने कहा,
अगर आप अपने बेस्ट बल्लेबाज से ऑलराउंडर बनने को कह रहे हैं और अपने फ्रंटलाइन स्पिनर की तरह गेंदबाजी करवा रहे हैं तो अगर बल्ले से वो उतना अच्छा प्रदर्शन ना कर पाए तो फिर आपको हैरान नहीं होना चाहिए। अगर आप उनसे मेन स्पिनर की तरह गेंदबाजी करवाएंगे तो फिर उनकी बल्लेबाजी पर असर पड़ना तय है।
आपको बता दें कि पहले तीन मुकाबलों में फ्लॉप परफॉर्मेंस के बाद जो रूट चाहेंगे कि चौथे मैच में ज्यादा से ज्यादा रन बनाया जाए।