पूर्व बाएं हाथ के स्पिनर मनिंदर सिंह (Maninder Singh) का मानना है कि वापसी करने वाले डेविड मलान (Dawid Malan) पर भारतीय गेंदबाजों (India cricket team) ने कोई दबाव नहीं बनाया और इंग्लिश (England cricket team) बल्लेबाज को अपनी पारी आसानी से आगे बढ़ाने में मदद मिली।
33 साल के मलान ने तीन साल में अपना पहला टेस्ट खेला। उन्होंने सफल वापसी करते हुए 128 गेंदों में 70 रन बनाए। इस दौरान बाएं हाथ के बल्लेबाज ने 11 बाउंड्री जमाई। मलान ने कप्तान जो रूट (121) के साथ तीसरे विकेट के लिए 139 रन की साझेदारी भी की।
ईएसपीएनक्रिकइंफो से बातचीत करते हुए मनिंदर सिंह ने कहा कि भारतीय गेंदबाजों ने वापसी करने वाले मलान की जिंदगी आसान बना दी। पूर्व क्रिकेटर ने कहा, 'मलान की शानदार वापसी रही। मुझे भरोसा है कि वह भारतीय गेंदबाजों को ड्रिंक्स के लिए ले जाएंगे। जब वह बल्लेबाजी करने आए तो गेंदबाजों ने उनके शॉट खेलने वाले क्षेत्र में ही गेंदें डाली।'
सिंह ने आगे कहा, 'आप मलान के स्टांस को ही देखकर पता कर सकते थे कि अगर आगे की लेंथ पर गेंद डालते तो शुरूआत में ही उसे परेशान कर देते। मगर भारतीय गेंदबाजों ने लगातार उन्हें शॉर्ट गेंदें डाली। इसके कारण वह विश्वास के साथ स्क्वायर कट खेल सके। मगर मलान ने उम्दा योगदान दिया और इंग्लैंड को मजबूत स्थिति में पहुंचाया।'
मलान तीसरे दिन टी टाइम से पहले आउट हुए। मोहम्मद सिराज ने ऋषभ पंत के हाथों कैच आउट कराकर मलान की पारी का अंत किया।
मलान-रूट की साझेदारी ने भारत को जमने नहीं दिया: हार्मिसन
इसी बातचीत में स्टीव हार्मिसन ने मलान और इंग्लिश कप्तान जो रूट को श्रेय दिया कि दोनों ने भारतीय गेंदबाजों को लय हासिल नहीं करने दी। मलान और रूट ने तीसरे विकेट के लिए 139 रन साझेदारी की थी।
इसकी तारीफ करते हुए पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा, 'भारतीय टीम एक तरफ गेंदबाजी करने की कोशिश करती और रन नहीं बनाने देती तो बेहतर कर पाती। मेरे ख्याल से इंग्लैंड को विकेट के दोनों तरफ रन बनाने के कई विकल्प मिले। मलान और रूट को इसका श्रेय जाता है। उन्होंने भारतीय गेंदबाजों को खाली गेंदें नहीं निकालने दी। रूट में कवर, प्वाइंट और वाइड थर्ड मैन की ओर रन बनाने की क्षमता है। वह उस क्षेत्र में दो फील्डर्स के बीच भी गैप निकाल सकता है। इससे काफी दबाव घटता है और इसने भारतीय गेंदबाजों को काफी परेशान किया।'