भारत (India) के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज (IND vs ENG) में इंग्लैंड का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है। दो मैचों के बाद सीरीज में भारतीय टीम 1-0 से आगे है। सिर्फ जो रूट ही ऐसे खिलाड़ी रहे हैं जिन्होंने बल्ले से बेहतर खेल दिखाया है। उनके अलावा अन्य बल्लेबाज फीके रहे हैं। पूर्व इंग्लिश कप्तान माइकल वॉन (Michael Vaughan) ने ही इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
वॉन ने अपनी हालिया फेसबुक पोस्ट में कहा है कि जो रूट को इंग्लैंड के अन्य सीनियर खिलाड़ियों ने निराश किया। रूट इंग्लिश टीम की आलोचना करने में सबसे आगे हैं। उनके अनुसार रूट के अलावा बाकी खिलाड़ी अच्छा खेलने में विफल रहे।
माइकल वॉन ने कहा कि प्रत्येक टेस्ट मैच अनिवार्य रूप से कुछ क्षणों तक उबलता है जो परिणाम को निर्धारित करता है, सर्वश्रेष्ठ टीमें उनके पास आती हैं और उन्हें जीतने का एक तरीका ढूंढती हैं। दूसरे टेस्ट में यह बड़ा क्षण था और इंग्लैंड ने इसे जाने दिया, सिल्वरवुड को इसके लिए अपने हिस्से की जिम्मेदारी लेनी होगी। जसप्रीत बुमराह को बाउंसर डालने के पीछे इंग्लिश टीम पड़ गई और इसके बारे में कितना कुछ लिखा गया। जो रूट को सीनियर खिलाड़ियों ने निराश किया। मैं कोच की तरफ से भी कुछ देखना चाहता था।
उल्लेखनीय है कि जो रूट ने बल्लेबाजी में उम्दा योगदान देते हुए लॉर्ड्स टेस्ट मैच की पहली पारी में नाबाद 180 रन की पारी खेली थी। उनके अलावा जॉनी बेयरस्टो ने भी अर्धशतक जदा था लेकिन अन्य बल्लेबाज फ्लॉप रहे। गेंदबाजी में जेम्स एंडरसन और रॉबिन्सन ने अच्छा कार्य किया लेकिन बल्लेबाजों की तरफ से टीम को सहयोग नहीं मिला।
इसके अलावा मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह ने भारत के लिए नौवें विकेट के लिए नाबाद 89 रनों की साझेदारी करते हुए इंग्लैंड के पक्ष में जाते हुए मैच का रुख मोड़ दिया। वहां से टीम इंडिया ने अपने लिए बने अवसरों का लाभ उठाते हुए इंग्लैंड की टीम को मुकाबले में अंतिम दिन के अंतिम सेशन में हराकर सीरीज में बढ़त हासिल कर ली।