3 Reasons Why Oval Test win is Very Special for India: टीम इंडिया ने पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के आखिरी मुकाबले में इंग्लैंड को सिर्फ 6 रन से हराकर शानदार जीत अपने नाम कर ली। ये जीत भारत की टेस्ट इतिहास में रन के लिहाज से सबसे करीबी जीत है। इस ऐतिहासिक जीत के साथ टीम इंडिया सीरीज को 2-2 की बराबरी पर खत्म करने में सफल रही। शुभमन गिल एंड कंपनी के लिए ये जीत दर्ज करना बिल्कुल भी आसान नहीं था। इसमें कई खिलाड़ियों ने अहम भूमिका निभाई। मगर सबसे अहम रोल मोहम्मद सिराज का रहा, जो दोनों पारियों में कुल 9 विकेट झटकने में कामयाब रहे।भारत ने इस मैच को जीतने के लिए इंग्लैंड के सामने 374 रनों का टारगेट रखा था, जिसका पीछा करते हुए इंग्लैंड की टीम 367 रनों पर ढेर हो गई। हालांकि, जो रूट और हैरी ब्रूक अपने प्रदर्शन के जरिए फैंस का दिल जीतने में कामयाब हुए। ओवल में भारत की ये ऐतिहासिक जीत टेस्ट क्रिकेट में उसकी सबसे यादगार जीतों में से एक बन गई है। आइए जानते हैं ऐसे तीन कारण जिनकी वजह से ये जीत भारत की टेस्ट इतिहास की सबसे बड़ी जीत मानी जा सकती है।3. जसप्रीत बुमराह के बावजूद टीम इंडिया ने जीता मैच मैनचेस्टर टेस्ट के बाद, तमाम भारतीय फैंस इस बात को लेकर दुविधा में थे कि क्या पांचवें टेस्ट में जसप्रीत बुमराह हिस्सा लेंगे? क्योंकि वो वर्कलोड मैनेजमेंट के चलते सिर्फ तीन ही मुकाबले खेलने वाले थे, जो उन्होंने पहले ही खेल लिए थे। टीम इंडिया ओवल में अपने प्रमुख तेज गेंदबाज के बिना मैदान पर उतरी। मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा ने सीरीज में एक बार फिर से दबाव में घातक प्रदर्शन किया और इंग्लिश बल्लेबाजों को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया। मेन इन ब्लू ने फिर से साबित कर दिया कि वे बुमराह के बिना भी टेस्ट मैच जीतने का माद्दा रखते हैं। इन दोनों गेंदबाजों ने 1% भी बुमराह की कमी नहीं खलने दी। 2. दबाव के बावजूद टीम इंडिया ने पूरे मैच के दौरान किया जबरदस्त प्रदर्शन ये पूरा मैच भारत के लिए कड़ी परीक्षा जैसा रहा, जहां टीम को लगातार दबाव का सामना करना पड़ा। लेकिन हर बार भारतीय खिलाड़ियों ने मजबूती से वापसी की और आखिरकार टेस्ट मैच जीत लिया। पहली पारी में भारतीय क्रिकेट टीम सिर्फ 224 रनों पर ढेर हो गई थी। लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने जिम्मेदारी उठाई और मजबूत शुरुआत के बावजूद इंग्लैंड को 247 रन पर रोक दिया, जिससे उन्हें ज्यादा बढ़त नहीं मिल सकी। इसके बाद भारतीय बल्लेबाजों ने दूसरी पारी में गजब प्रदर्शन किया और इंग्लैंड के सामने जीत के लिए 374 रन का बड़ा लक्ष्य रखा। टारगेट का पीछा करते हुए इंग्लैंड की टीम हैरी ब्रूक और जो रूट की शतकीय पारियों की मदद से जीत की दहलीज तक पहुंच चुकी थी। इसके बाद टीम इंडिया ने महज 30 रनों में इंग्लैंड के 4 बल्लेबाजों को आउट करके मैच जीतकर दिखाया। 1. भारतीय गेंदबाजों ने झोंकी पूरी ताकत भारत का ये दौरा काफी लंबा रहा। इसमें दोनों टीमों के तेज गेंदबाजों को काफी ज्यादा मेहनत करनी पड़ी, क्योंकि सभी पिचें बल्लेबाजी के अनुकूल थीं। ऐसे में विकेट निकालना तेज गेंदबाजों के लिए आसान नहीं था। भारत के लिए ये चुनौती और भी बड़ी थी क्योंकि जसप्रीत बुमराह सिर्फ तीन टेस्ट ही खेले, जिससे बाकी तेज पेसर्स पर ज्यादा जिम्मेदारी आ गई। कुछ मैचों का शेड्यूल पर काफी पास-पास था, जिसके चलते गेंदबाजों को रेस्ट का पूरा टाइम भी नहीं मिला। टीम इंडिया के लिए ओवल टेस्ट में ये सीरीज दांव पर लगी थी। यही वजह रही कि सिराज, कृष्णा और आकाशदीप ने अंतिम मैच में अपनी पूरी ताकत झोंक दी और टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में ओवल में भारत को तीसरी जीत दर्ज करने में मदद की।