भारतीय टीम मैनेजमेंट ने पिछले कुछ समय में अलग-अलग खिलाड़ियों को कप्तान के रूप में आजमाया है और अब इस कड़ी में हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) का नाम भी शुमार हो गया है, जो आज आयरलैंड के खिलाफ (IND vs IRE) पहली बार राष्ट्रीय टीम का नेतृत्व करेंगे। विराट कोहली के बचपन के कोच राजकुमार शर्मा का मानना है कि यह सीरीज हार्दिक पांड्या, ऋषभ पंत और केएल राहुल के बीच टीम इंडिया की भविष्य की कप्तानी की दौड़ में निर्णायक भूमिका निभा सकती है।
भारतीय टीम 26 जून से आयरलैंड के खिलाफ दो टी20 मैचों की सीरीज का आगाज करेगी। इस सीरीज के लिए रोहित शर्मा, केएल राहुल और ऋषभ पंत उपलब्ध नहीं हैं। इसी वजह से पांड्या को पहली बार कप्तानी का मौका मिला है।
इंडिया न्यूज पर चर्चा के दौरान शर्मा से पूछा गया कि क्या आयरलैंड के खिलाफ टी20 सीरीज तय कर सकती है कि टीम इंडिया की कप्तानी की दौड़ में हार्दिक, पंत और राहुल से कितने पीछे हैं। उन्होंने कहा,
निश्चित रूप से हार्दिक पांड्या के बारे में सभी नकारात्मक बातें तब हुई जब वह अनफिट हो गए। जब वह भारतीय क्रिकेट के लिए अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे और मैच जीत रहे थे तो हर कोई उनकी तारीफ कर रहा था। उनकी तुलना कपिल देव से की जा रही थी, कहा जा रहा था कि भारत को दूसरा कपिल देव मिल गया है। वापसी करते हुए उन्होंने जिस तरह से गुजरात टीम को चैंपियन बनाया, वह बेहद अप्रत्याशित था कि गुजरात ने उन्हें कप्तान बनाया और जिस तरह से उन्होंने जिम्मेदारी ली। इससे उन्हें फायदा हुआ है, उन्हें भारतीय टीम का कप्तान बनाया गया है और अगर वह कप्तान के तौर पर भारतीय टीम पर अपना प्रभाव छोड़ते हैं तो यह बहुत बड़ी बात होगी।
आईपीएल 2022 में गुजरात टाइटंस को हार्दिक पांड्या ने बनाया था चैंपियन
आईपीएल 2022 के माध्यम से गुजरात टाइटंस को लीग में डेब्यू का मौका मिला और उन्होंने अपनी टीम का कप्तान हार्दिक पांड्या को बनाया। उस समय इस फैसले पर काफी सवाल उठे थे, जो सीजन के अंत में गलत साबित हुए। हार्दिक ने आगे बढ़कर अपनी को लीड किया और फाइनल मुकाबले में राजस्थान रॉयल्स को हराते हुए ट्रॉफी पर कब्ज़ा जमाया। वह अपनी टीम के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज भी रहे। वहीं गेंदबाज में अहम मौकों पर विकेट निकाले। फाइनल मुकाबले में उन्होंने गेंद से विपक्षी टीम के तीन महत्वपूर्ण विकेट चटकाए थे।