कानपुर टेस्ट (IND vs NZ) में न्यूजीलैंड ने अपने बाएं हाथ के तेज गेंदबाज नील वैगनर (Neil Wagner) को नहीं खिलाया था और उम्मीद थी कि मुंबई की तेज गेंदबाजों की मददगार पिच में उन्हें मौका दिया जाएगा। हालांकि कीवी टीम ने मुंबई टेस्ट में भी इस तेज गेंदबाज को मौका नहीं दिया और कानपुर टेस्ट के अपने गेंदबाजी कॉम्बिनेशन को बरकरार रखा। वैगनर को ना खिलाने पर पूर्व भारतीय खिलाड़ी आकाश चोपड़ा ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। चोपड़ा के मुताबिक कीवी टीम ने वैगनर को ना खिलाकर गलती की है।
मुंबई टेस्ट में न्यूजीलैंड ने एकमात्र बदलाव कप्तान केन विलियमसन के स्थान पर किया। विलियमसन चोट की वजह से इस मुकाबले में नहीं खेल पाए। इसके अलावा कीवी टीम ने अपनी गेंदबाजी यूनिट में किसी भी तरह का बदलाव नहीं किया।
वानखेड़े की उछाल भरी पिच में, पहले दिन एजाज पटेल को छोड़कर न्यूजीलैंड का कोई भी गेंदबाज कामयाबी हासिल नहीं कर पाया। एजाज पटेल ने शानदार गेंदबाजी की और पहले दिन भारत के चारों विकेट अपने नाम किये।
पहले दिन का खेल समाप्त होने के बाद आकाश चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर साझा किये गए वीडियो में कीवी टीम के वैगनर को ना खिलाये जाने के निर्णय की आलोचना की। सोमरविल और रचिन रविंद्र की योग्यता पर सवाल उठाये हुए चोपड़ा ने कहा,
वैगनर क्यों नहीं? आप सोमरविल को बल्लेबाज के रूप में नहीं खिला रहे, है ना? क्योंकि अगर आप सोमरविल का गेंदबाजी में प्रयोग करते हैं, तो भारतीय बल्लेबाज उसके खिलाफ चारों तरफ रन बनाएंगे। रचिन रविंद्र पार्ट-टाइमर हैं। एजाज पटेल भारतीयों पर दबाव बनाने वाले इकलौते गेंदबाज थे। वैगनर को शामिल नहीं करना मेरी राय में एक गलती थी।
चोपड़ा ने इस बात पर भी जोर डाला कि बाएं हाथ का तेज गेंदबाज मुंबई में बाउंसी ट्रैक पर कितना कारगर साबित होता। टॉम लैथम की कप्तानी से भी निराश होते हुए चोपड़ा ने कहा,
"नील वैगनर - शायद पिछले मैच में भी उनको खिलाये जाने को लेकर ज्यादा सोचना नहीं था। पिछले गेम में भारत ने जो 17 विकेट गंवाए थे, उनमें से 14 तेज गेंदबाजों के द्वारा लिए गए थे। उन्हें मुंबई की उछाल वाली पिच पर वैगनर को खिलाना था। वानखेड़े पर साइडवे मूवमेंट, स्विंग और गति है। टीम चयन के संबंध में और यहां तक कि गेंदबाजी में बदलाव के संबंध में मेरे लिए कप्तानी 50-50 थी।
सभी भारतीय बल्लेबाजों में, मयंक अग्रवाल सबसे अच्छा स्पिन खेल रहे हैं - आकाश चोपड़ा
आकाश चोपड़ा ने शतक लगाने वाले मयंक अग्रवाल की तारीफ की, खासकर जिस तरह से उन्होंने स्पिन को खेला। चोपड़ा ने दावा किया कि मौजूदा भारतीय बल्लेबाजों में कर्नाटक में जन्मे बल्लेबाज स्पिनरों का बेहतर तरीके से सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा,
मयंक ने अपने शतक से सभी से कहा कि 'मैं हूं ना' (मैं यहां हूं)। उन्होंने अब चार शतक बनाए हैं, जो सभी भारत में आये हैं। हालांकि, इसका महत्व बहुत अधिक है क्योंकि इस खेल से पहले हम सभी चर्चा कर रहे थे कि मयंक को बाहर कर दिया जाएगा। उन्होंने स्पिन को बहुत अच्छा खेला। वास्तव में, सभी भारतीय बल्लेबाजों में, वह सबसे अच्छा स्पिन खेल रहा है।
मुंबई टेस्ट के पहले दिन भारत के कई बल्लेबाज एजाज पटेल की स्पिन के सामने संघर्ष करते दिखे लेकिन अग्रवाल ने एजाज समेत अन्य स्पिनरों के सामने आक्रामकता से बल्लेबाजी की। दिन का खेल समाप्त होने तक भारत ने 221/4 का स्कोर बनाया था और मयंक 120 रन बनाकर नाबाद थे।