3 दिसंबर से न्यूजीलैंड के खिलाफ शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट (IND vs NZ) के लिए भारतीय टेस्ट टीम के नियमित कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) की वापसी होगी। कोहली की वापसी के कारण कानपुर टेस्ट की प्लेइंग XI से किसी न किसी बल्लेबाज को बाहर बैठना पड़ेगा। इसको लेकर सभी अपनी-अपनी राय दे रहे हैं और इसी क्रम में पूर्व खिलाड़ी निखिल चोपड़ा का नाम भी जुड़ गया है। चोपड़ा का मानना है कि टीम मैनेजमेंट को सीनियर बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) को ड्रॉप करना चाहिए।
मौजूदा समय में कमेंटेटर के रूप में कार्यरत निखिल चोपड़ा ने यूट्यूब चैनल खेलनीति पर रहाणे को ड्रॉप करने की बात कही। उन्होंने उल्लेख किया कि न्यूजीलैंड टेस्ट सीरीज के दूसरे और अंतिम मैच के लिए ओपनिंग बल्लेबाज मयंक अग्रवाल के बजाय अजिंक्य रहाणे को को बाहर किया जाना चाहिए।
रहाणे के हालिया सालों में खराब बल्लेबाजी औसत को मद्देनजर रखते हुए चोपड़ा ने सुझाव दिया कि टीम मैनेजमेंट को युवा खिलाड़ियों को अधिक मौके देने चाहिए और दक्षिण अफ्रीका दौरे से पहले उन्हें ग्रूम किया जाना चाहिए।
चोपड़ा ने यह भी कहा कि अगर अग्रवाल को आगामी मुकाबले के लिए बाहर करना है तो सूर्यकुमार यादव को रहाणे से पहले प्लेइंग इलेवन में शामिल किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा,
मयंक अग्रवाल को बाहर करने के बजाय अजिंक्य रहाणे को विराट कोहली के लिए जगह बनानी चाहिए। रहाणे का औसत अच्छा नहीं है और यह हाल के वर्षों में उनके संघर्ष को दर्शाता है। युवाओं को भारत में खेलने का मौका दिया जाना चाहिए। विदेशी दौरे से पहले उनमें आत्मविश्वास जगाना जरूरी है। अगर आप अग्रवाल को बाहर करना चाहते हैं, तो मैं मुंबई टेस्ट के लिए सूर्यकुमार यादव को चुनूंगा।
अजिंक्य रहाणे का फॉर्म इस साल काफी साधारण रहा है और कई पूर्व खिलाड़ी उन्हें ड्रॉप करने की बात कह चुके हैं।
यह आश्चर्य की बात है कि चेतेश्वर पुजारा ने हाल के वर्षों में घर पर शतक नहीं बनाया है" - निखिल चोपड़ा
निखिल चोपड़ा ने कहा कि चेतेश्वर पुजारा का फॉर्म भारत के लिए एक बड़ी चिंता का विषय हो सकता है। उन्होंने बताया कि दाएं हाथ का यह बल्लेबाज पिछले कुछ समय से घरेलू टेस्ट मैचों में तीन अंकों के आंकड़े तक नहीं पहुंच पाया है। पुजारा ने भारत में अपना आखिरी टेस्ट शतक 2017 में श्रीलंका के खिलाफ नागपुर टेस्ट में बनाया था, जहां उन्होंने 143 रन की पारी खेली थी।
निखिल चोपड़ा ने पुजारा की रन बनाने तथा स्ट्राइक रेट रोटेट करने की योग्यता पर भी सवाल उठाये। चोपड़ा के अनुसार, पुजारा बहुत सारी डॉट गेंदें खेलकर विराट कोहली और श्रेयस अय्यर जैसे बल्लेबाजों को निराश कर सकते हैं, क्योंकि उन्हें स्ट्राइक लेने में मजा आता है। उन्होंने कहा,
टेस्ट में तीसरे नंबर पर खेलना काफी अहम होता है। चयनकर्ताओं को कड़ा फैसला लेने की जरूरत है क्योंकि अब काफी मौके दिए गए हैं। यह आश्चर्य की बात है कि चेतेश्वर पुजारा ने हाल के वर्षों में घर पर शतक नहीं बनाया है। इसके अलावा, वह बहुत सारी गेंदें खेलता है। वह बैक-टू-बैक मेडन ओवर खेलते हुए विराट कोहली और श्रेयस अय्यर को निराश कर सकते हैं।