भारतीय ऑफ स्पिनर आर अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने क्रिकेट की शुरुआत की थी तो उन्हें विशेषकर लिमिटेड ओवर्स के गेंदबाज की पहचान मिली हुयी थी और शायद ही किसी ने उम्मीद की होगी कि यह खिलाड़ी आगे चलकर टेस्ट क्रिकेट में बड़ी उपलब्धियां हासिल करेगा। कुछ ऐसी ही सोच पूर्व भारतीय खिलाड़ी वीवीएस लक्ष्मण की थी, जिन्होंने अश्विन को भारत का तीसरा सबसे सफल टेस्ट गेंदबाज बनने पर सराहा। लक्ष्मण ने स्वीकार किया कि जब उन्होंने पहली बार अश्विन को देखा तो उन्हें नहीं लगा कि यह दुबला और लम्बा ऑफ स्पिनर खेल के सबसे लंबे प्रारूप का के अनुरूप गेंदबाज है।
कानपुर टेस्ट (IND vs NZ) के पांचवें दिन न्यूजीलैंड की दूसरी पारी के दौरान अश्विन ने टॉम लैथम को आउट करके भारत के लिए सर्वधिक टेस्ट विकेट के मामले में हरभजन सिंह को पीछे छोड़ते हुए तीसरा स्थान हासिल किया। हरभजन के नाम 417 विकेट थे, वहीं अश्विन के नाम 419 विकेट दर्ज हैं।
स्टार स्पोर्ट्स पर चर्चा के दौरान अश्विन की उपलब्धि की सराहना करते हुए, लक्ष्मण ने बताया कि अश्विन को पहली बार देखने पर उनकी क्या राय थी। उन्होंने कहा,
मैंने पहली बार रविचंद्रन अश्विन को 2008 दलीप ट्रॉफी में देखा था, जब हम सेंट्रल जोन के खिलाफ खेल रहे थे। मुझे कभी नहीं लगा कि वह टेस्ट मैच क्रिकेट के लिए गेंदबाज हैं। जिस तरह से वह फ्लैट और तेज गति से गेंदबाजी करता था, मुझे लगा कि वह सफेद गेंद वाला क्रिकेट खेल सकता है लेकिन टेस्ट मैच नहीं खेल सकता है।
क्रिकेटर से कमेंटेटर लक्ष्मण ने इस बात पर प्रकाश डाला कि अश्विन ने जो कड़ी मेहनत की, उससे उन्हें भरपूर लाभ मिला। लक्ष्मण ने विस्तार से बात करते हुए कहा,
लेकिन जिस तरह से वह प्रयास करते थे, अभ्यास पर बहुत ध्यान देते थे, हर सत्र में अपनी कला में सुधार करते थे और एक चैंपियन खिलाड़ी में जो मानसिकता होनी चाहिए, वह अश्विन के पास है। इस वजह से, वह बेहतर होता गया।
2009 में अश्विन दलीप ट्रॉफी के दौरान वीवीएस लक्ष्मण की कप्तानी में खेले थे और उस मैच में अश्विन ने 49 ओवर की गेंदबाजी की थी और महज एक सफलता हासिल की थी।
उस समय अश्विन के पास केवल ऑफ स्पिन था - वीवीएस लक्ष्मण
पूर्व खिलाड़ी ने आगे बताया कि किस तरह अश्विन ने अपनी गेंदबाजी में विविधताओं को विकसित किया। उन्होंने कहा,
उन्होंने विविधताओं का विकास किया। उस समय उनके पास सिर्फ एक ऑफ स्पिनर था और वह सिर्फ क्रीज का इस्तेमाल करते थे। लेकिन अभी देखा जाए तो उसके पास पांच या छह विकल्प हैं।
अंत में इस दिग्गज ने कहा कि अश्विन की चतुराई ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में बड़ी सफलता हासिल करने में मदद की है। लक्ष्मण ने कहा,
वह हमेशा एक बुद्धिमान खिलाड़ी रहे हैं। उन्होंने अपनी क्रिकेट स्मार्टनेस का इस्तेमाल किया और इसी वजह से उन्होंने अपने अब तक के करियर में इतने विकेट लिए हैं।