एजाज पटेल की ऐतिहासिक उपलब्धि की भविष्‍यवाणी प्रमुख ऑलराउंडर ने व्‍हाट्सऐप पर तीन घंटे पहले ही कर दी थी

एजाज पटेल ने भारत के खिलाफ पहली पारी में 10 विकेट लेकर इतिहास रचा
एजाज पटेल ने भारत के खिलाफ पहली पारी में 10 विकेट लेकर इतिहास रचा

न्‍यूजीलैंड (New Zealand Cricket team) के बाएं हाथ के स्पिनर एजाज पटेल (Ajaz Patel) ने शनिवार को भारत (India Cricket team) के खिलाफ मुंबई टेस्‍ट की पहली पारी में सभी 10 विकेट लेकर इतिहास रच दिया। पटेल ने वानखेड़े स्‍टेडियम पर शनिवार को एक पारी में 10 विकेट लेकर भारत को पहली पारी में 325 रन पर रोका।

पटेल ने शुक्रवार को चार विकेट लिए थे और फिर शनिवार को पहले सेशन में दो विकेट लिए। फिर लंच के बाद शेष चार विकेट लेकर इतिहास रच दिया। वह टेस्‍ट क्रिकेट की एक पारी में 10 विकेट लेने वाले दुनिया के तीसरे गेंदबाज बने। इससे पहले जिम लेकर और अनिल कुंबले ने यह उपलब्धि हासिल की थी।

एजाज पटेल विदेश में एक पारी में 10 विकेट लेने वाले दुनिया के पहले स्पिनर बने।

न्‍यूजीलैंड के ऑलराउंडर जिमी नीशम ने व्‍हाट्सऐप ग्रुप की एक चैट का स्‍क्रीनशॉट शेयर किया, जिसमें उन्‍होंने खुलासा किया कि स्पिनर के उपलब्धि हासिल करने के तीन घंटे पहले ही उन्‍होंने इसकी भविष्‍यवाणी कर दी थी।

यहां देखें ट्वीट

हालांकि, एजाज पटेल की उपलब्धि का कीवी बल्‍लेबाजों ने मजा किरकिरा कर दिया। भारत की पहली पारी 325 रन पर समेटने के बाद न्‍यूजीलैंड की पहली पारी केवल 62 रन पर ऑलआउट हो गई। फिर टीम इंडिया ने न्‍यूजीलैंड को फॉलोऑन नहीं देने का फैसला करके दूसरी पारी शुरू की। भारत के पास पहली पारी के आधार पर 263 रन की बढ़त थी। इसके बाद भारत ने दिन का खेल समाप्‍त होने तक 21 ओवर में बिना किसी नुकसान के 69 रन बना लिए हैं। इस तरह टीम इंडिया की कुल बढ़त 332 रन की हो गई है।

ऐतिहासिक उपलब्धि के बाद एजाज पटेल ने क्‍या कहा

एजाज पटेल ने कहा कि उनकी किस्मत में था कि वह मुंबई में ही ऐसा करें। अपने माता पिता के साथ 1996 में मुंबई से न्यूजीलैंड में जा बसे 33 साल के पटेल ने भारत की पहली पारी में 47.5 ओवर में 119 रन देकर दस विकेट लिये।

पटेल ने कहा, 'ईमानदारी से कहूं तो यह सपने की तरह है और अपने करियर में यह उपलब्धि हासिल करना बहुत विशेष है। मेरी किस्मत में ही था कि मैंने यह उपलब्धि मुंबई में ही हासिल की। मेरे लिये यह काफी विशेष मौका है, सिर्फ मेरे लिये ही नहीं बल्कि मेरे परिवार के लिये भी। मेरा दुर्भाग्य है कि वे कोविड-19 के कारण यहां मेरे साथ नहीं हैं। साथ ही मैं इस शानदार उपलब्धि में कुंबले सर के साथ शामिल हो गया हूं।'

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Edited by Vivek Goel