भारत और न्यूजीलैंड (IND vs NZ) के बीच कानपुर टेस्ट मैच रोमांचक तरीके से ड्रॉ रहा था। भारतीय टीम (Indian Cricket Team) इस मुकाबले में जीत से सिर्फ एक कदम दूर रह गई थी। इस मुकाबले के ड्रॉ होने को लेकर टीम के गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि कानपुर की पिच पर भारत ने जो कोशिश की वो काबिलेतारीफ है क्योंकि वहां पर विकेट निकालना आसान नहीं था।
भारतीय टीम को पहला टेस्ट मैच जीतने के लिए सिर्फ एक विकेट की दरकार थी लेकिन न्यूजीलैंड के रचिन रविंद्र दीवार बनकर खड़े हो गए और अपनी टीम के लिए मैच बचा लिया। न्यूजीलैंड के 9 विकेट गिर गए थे लेकिन आखिरी सेशन में टीम इंडिया एक और विकेट नहीं ले पाई और इस तरह से ये मुकाबला ड्रॉ पर समाप्त हुआ।
उस पिच पर सभी विकेट लेना आसान नहीं था - पारस म्हाम्ब्रे
मुंबई टेस्ट मैच से पहले गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे से कानपुर में टीम की कोशिशों को लेकर राय पूछी गई तो इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा "मेरे हिसाब से हम खुश थे। अगर आप पूरे गेम को देखें तो हमें कोई शिकायत नहीं है। हां हम जरूर मैच जीतना चाहते थे और उसके करीब भी थे लेकिन जिस तरह की पिच वहां पर थी ये आसान नहीं था। हमें पता था कि ये इस तरह की पिच नहीं हैं जहां आप अपनी मर्जी से गेम को चला सकें। कोई बाउंस नहीं था और गेंद काफी नीचे रह रही थी। कई सारे किनारे फील्डर के पास तक नहीं गए। अगर ऐसा होता तो फिर रिजल्ट हमारे फेवर में होता।"
आपको बता दें कि पहला टेस्ट मैच ड्रॉ होने के बाद अब दोनों ही टीमें दूसरे मुकाबले के लिए मुंबई में अपनी तैयारी कर रही हैं। 3 दिसंबर से दूसरा टेस्ट मैच मुंबई में खेला जाएगा।