पहले टेस्ट में शुभमन गिल के आउट होने के तरीकों को लेकर पूर्व कप्तान ने दी बड़ी प्रतिक्रिया 

शुभमन गिल आउट होकर पवेलियन जाते हुए
शुभमन गिल आउट होकर पवेलियन जाते हुए

भारत और न्यूजीलैंड (IND vs NZ) के बीच खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में युवा सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल (Shubman Gill) को लेकर हर तरफ चर्चा हो रही है। गिल दोनों पारियों में जिस तरह से आउट हुए हैं, उसको लेकर कुछ पूर्व खिलाड़ियों ने अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दी है। इसी क्रम में पाकिस्तान के पूर्व कप्तान सलमान बट का नाम भी शामिल हो गया। बट के मुताबिक गिल की मानसिकता सही नहीं है और वह शार्ट गेंदों की उम्मीद कर रहे तथा लेंथ वाली गेंदों को भी उसी के अनुसार खेलते हैं।

कानपुर टेस्ट की दोनों पारियों में शुभमन गिल को काइल जेमिसन ने अपना शिकार बनाया। गिल ने पहली पारी में 52 तथा दूसरी पारी में 1 रन का स्कोर बनाया।

युवा भारतीय सलामी बल्लेबाज के आउट होने के तरीकों को देखने के बाद, बट ने बताया कि उनके साथ तकनीक का नहीं बल्कि मानसिकता का मामला है। अपने यूट्यूब चैनल पर बोलते हुए उन्होंने कहा,

मैंने सोचा था कि शुभमन गिल की तकनीक बहुत टाइट है, लेकिन मुझे लगता है, मानसिक रूप से वह कुछ और उम्मीद कर रहे हैं। उनके पैरों की हरकत को देखकर मुझे लगता है कि वह शॉर्ट-पिच गेंदों की उम्मीद कर रहे हैं। मुझे नहीं पता क्यों, लेकिन यह उनके खेल का एक मानसिक पक्ष है जो देखने में लगता है।

मुझे नहीं लगता कि पुजारा के पास कोई तकनीकी समस्या है - सलमान बट

चेतेश्वर पुजारा भी लम्बे समय से बड़ी पारी नहीं खेल पाए हैं
चेतेश्वर पुजारा भी लम्बे समय से बड़ी पारी नहीं खेल पाए हैं

कानपुर टेस्ट में भारतीय टीम के अनुभवी बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा भी कुछ ख़ास प्रभाव नहीं छोड़ पाए। पुजारा ने दोनों पारियों में क्रमशः 26 और 22 रन बनाये। बट के मुताबिक पुजारा के साथ भी मानसिकता की समस्या लगती है क्योंकि कभी-कभी वह स्वतंत्र रूप से बल्लेबाजी करते हैं और अन्य दिनों में काफी रक्षात्मक तरीके से खेलते हैं। उन्होंने समझाते हुए कहा,

मुझे नहीं लगता कि पुजारा के पास कोई तकनीकी समस्या है। उन्होंने इंग्लैंड में रन बनाते हुए कुछ इंटेंट दिखाया। लेकिन जब वह अपना पसंदीदा खेल खेलने का फैसला करता है, जो कि बचाव के लिए होता है, भले ही गेंद मारने वाली क्यों ना हो, तो वह एक घंटे से अधिक समय तक बल्लेबाजी करता है और कुछ नहीं करता है।

पुजारा की बल्लेबाजी के बारे में विस्तार से बताते हुए बट ने कहा,

उन्होंने 33 गेंदों में 22 रन बनाए, इसलिए वह थोड़े सकारात्मक थे। वरना इतने रन बनाने के लिए वह 70 गेंदें लेता है। पुजारा को वह शॉर्ट गेंद खेलने की जरूरत नहीं थी लेकिन काइल जेमिसन यही कर सकते हैं। बल्लेबाज उनकी गति और ऊंचाई के कारण ऐसी गलतियां करते हैं।

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