बीसीसीआई (BCCI) अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) ने खुलासा किया कि राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) को भारतीय क्रिकेट टीम (India Cricket team) के हेड कोच बनाने का प्रयास आसान नहीं था।
बीसीसीआई अध्यक्ष ने कहा कि एक समय उन्होंने और सचिव जय शाह ने राहुल द्रविड़ से लगातार अपील करने पर हार मान ली थी। वो बस इस पर ध्यान दे रहे थे कि कौन सी चीज बाद में द्रविड़ का मन बदल सकती है।
सौरव गांगुली का बयान बोरिया मजूमदार के इंटरव्यू (बैकस्टेज विथ बोरिया) में रिकॉर्ड है, जिसकी क्लिप रविवार को रिलीज हुई। इसमें गांगुली ने बताया कि द्रविड़ अपने युवा परिवार के कारण यह भूमिका नहीं अपनाना चाहते थे।
गांगुली ने कहा, 'हमारे दिमाग में लंबे समय से राहुल द्रविड़ का नाम था। मैं और जय दोनों इस पर राजी थे, लेकिन द्रविड़ इसके लिए तैयार नहीं थे क्योंकि उन्हें राष्ट्रीय जिम्मेदारी के कारण घर से दूर रहना पड़ता और उन्हें एक साल में 8-9 महीने बाहर रहना होगा जबकि उनके दो युवा बेटे हैं।'
सौरव गांगुली ने आगे कहा, 'एक समय हम हिम्मत हार गए थे। द्रविड़ एनसीए अध्यक्ष बने और उस पर ध्यान देने लगे व चीजें आगे बढ़ गईं। हमने सभी इंटरव्यू किए और सबकुछ किया। द्रविड़ का इंटरव्यू और आवेदन किया और वह एनसीए अध्यक्ष बने। मगर उनके नियुक्त होने के बाद भी हम उन्हें कहते रहे कि कोचिंग का ऑफर अपना लें।'
राहुल द्रविड़ तब राजी हुए जब सौरव गांगुली के कई निजी फोन आए और उन्हें बताया गया कि खिलाड़ियों का भी उनके प्रति झुकाव है। गांगुली ने कहा, 'जब हमने खिलाड़ियों से बातचीत की थी कि वो किस तरह का व्यक्ति चाहते हैं तो स्पष्ट दिखा कि राहुल की तरफ उनका झुकाव है तो हमने उनसे बातचीत की। मैंने निजी तौर पर कई बार उनसे बातचीत की। मुझे पता है कि यह मुश्किल है, लेकिन एक या दो साल करके तो देख, अगर आपको ज्यादा परेशानी हुई तो हम कोई और रास्ता निकालेंगे।'
गांगुली ने आगे कहा, 'भाग्य की बात है कि द्रविड़ मान गए और मुझे नहीं पता कि उनका मन किस बात पर बदला, लेकिन वह राजी हो गए और मेरे ख्याल से बीसीसीआई ने यह सर्वश्रेष्ठ काम किया।'
टी20 वर्ल्ड कप 2021 के बाद राहुल द्रविड़ ने रवि शास्त्री की जगह ली। द्रविड़ एनसीए प्रमुख रहे, भारतीय अंडर-19 और भारत ए के कोच रहे।
रवि शास्त्री ने शानदार काम किया: सौरव गांगुली
सौरव गांगुली ने रवि शास्त्री के योगदान की तारीफ की भी। रवि शास्त्री के कार्यकाल में भारत आईसीसी खिताब नहीं जीत सका, जिसकी रक्षा गांगुली ने की और भारत की ऑस्ट्रेलिया व इंग्लैंड में सफलता की ओर ध्यान दिलाया।
गांगुली ने कहा, 'मेरे ख्याल से रवि शास्त्री ने लंबे समय के लिए शानदार काम किया। हां, लोग कह सकते हैं कि हमने विश्व खिताब नहीं जीते, लेकिन इसके अलावा अगर आप नजर डाले तो हमने ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, द्विपक्षीय सीरीज में शानदार प्रदर्शन किया।'