"आपके पास खिलाड़ी हैं जो उनकी जगह ले सकते हैं", पूर्व खिलाड़ी ने रहाणे और पुजारा के भविष्य को लेकर दिया बयान 

चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे पर बाहर होने का खतरा मंडरा रहा है
चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे पर बाहर होने का खतरा मंडरा रहा है

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज (IND vs SA) हार के बाद भारतीय टीम के दो अनुभवी खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) और अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) को लेकर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। इस बीच पूर्व भारतीय खिलाड़ी अजीत अगरकर ने भी प्रतिक्रिया दी है, जिनका मानना है कि भारतीय टेस्ट टीम में अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा के भविष्य पर फैसला करने की जरूरत है क्योंकि आपके पास कई विकल्प मौजूद हैं।

पिछले काफी समय से खराब दौर से गुजर रहे पुजारा और रहाणे का प्रदर्शन मौजूदा टेस्ट सीरीज में भी काफी खराब रहा। एक तरफ पुजारा का औसत 20.67, वहीं रहाणे का औसत 22.67 का रहा। इन दोनों के खराब प्रदर्शन का खामियाजा भारत को कहीं न कहीं सीरीज हार कर उठाना पड़ा।

स्टार स्पोर्ट्स पर चर्चा के दौरान अजीत अगरकर से दो दिग्गज बल्लेबाजों के भविष्य के बारे में पूछा गया। उन्होंने कहा,

इसमें कोई संदेह नहीं है कि पुजारा और अजिंक्य रहाणे सवालों के घेरे में हैं और इस पर चर्चा होनी चाहिए क्योंकि आपके पास ऐसे खिलाड़ी हैं जो उनकी जगह ले सकते हैं। निश्चित रूप से, न केवल पुजारा के बारे में या न केवल रहाणे के बारे में, बल्कि उन दोनों के बारे में कड़े फैसले लेने हैं।

भारत के पूर्व तेज गेंदबाज ने इस बात पर प्रकाश डाला कि श्रेयस अय्यर, हनुमा विहारी और शुभमन गिल जैसे खिलाड़ी खराब प्रदर्शन करने वाली जोड़ी के लिए बेहतरीन विकल्प के रूप में मौजूद हैं। अगरकर ने कहा,

आपके पास श्रेयस अय्यर हैं जिन्होंने कानपुर में अच्छा खेला था, वहीं विहारी को जब भी मौका मिला है, उसने अच्छा किया है। आपके पास शुभमन गिल भी हैं, इसलिए आपके पास विकल्प हैं।

श्रेयस अय्यर ने कानपुर में अपना डेब्यू करते हुए बेहतरीन शतक लगाया था। वहीं हनुमा विहारी ने पिछले कुछ मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया है। बात की जाए शुभमन गिल की तो उन्होंने अभी ओपन ही किया है लेकिन उन्हें भी आजमाया जा सकता है।

हर बार जब अजिंक्य रहाणे और पुजारा बल्लेबाजी करने जाते हैं, तो हम कहते हैं कि वे दबाव में हैं - अजीत अगरकर

अजीत अगरकर ने कहा कि रहाणे और पुजारा लंबे समय से अपनी जगह के लिए संघर्ष रहे हैं। उन्होंने कहा,

ऐसा नहीं है कि आप ऐसा सिर्फ इसलिए कर रहे हैं क्योंकि आप हार गए हैं। हम इन दोनों खिलाड़ियों के साथ काफी समय से देख रहे हैं कि हर बार जब वे बल्लेबाजी करने जाते हैं, तो हम कहते हैं कि वे दबाव में हैं, या यह उनकी सबसे महत्वपूर्ण पारी हो सकती है। या टेस्ट क्रिकेट में उनकी आखिरी पारी और जिस तरह से वे बल्लेबाजी कर रहे हैं।

पूर्व तेज गेंदबाज का मानना है कि टीम के हित को ध्यान में रखते हुए फैसला लेने की जरूरत है। अगरकर ने कहा,

आपको यह तय करना होगा कि आपकी टीम के लिए सबसे अच्छा क्या है। आपको वे निर्णय लेने होंगे और वे निर्णय भावनात्मक नहीं हो सकते हैं, चाहे उस खिलाड़ी ने 150 टेस्ट खेले हों या पांच टेस्ट। यदि कोई खिलाड़ी टीम को आगे नहीं ले जा रहा है, तो शायद आपको निर्णय लेने होंगे।

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