दक्षिण अफ्रीका के पूर्व खिलाड़ी डेरिल कलिनन ने कहा है कि सेंचुरियन में पहले टेस्ट (IND vs SA) में प्रोटियाज पर भारत की जीत शायद 'सबसे खराब चीज' थी क्योंकि इससे मेहमान टीम को सुरक्षा का झूठा एहसास हुआ। उनके अनुसार, दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजों ने हार से सबक लिया, जबकि विपक्षी तेज गेंदबाजों ने अपनी लेंथ को एडजस्ट करने के बाद भारत के बल्लेबाजों को कमजोर पाया।
दक्षिण अफ्रीका दौरे के पहले टेस्ट में भारतीय टीम ने जबरदस्त जीत दर्ज की थी। हालांकि इसके बाद टीम को दोनों मैचों में हार मिली और सीरीज गंवानी पड़ी।
भारत की हार पर विचार करते हुए, कलिनन ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका को अपना कार्य करने के बाद भारत की बल्लेबाजी की कमियां उजागर हो गईं। ईएसपीएन क्रिकइन्फो पर बोलते हुए उन्होंने कहा,
दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों ने (पहले टेस्ट के बाद) अपनी लेंथ बदल दी और भारत को और खेलने के लिए कहा। उन्होंने भारतीय बल्लेबाजों को खेलने के लिए मजबूर किया। आप इसे टेस्ट मैच में नहीं बदल सकते। ये लोग घर में अच्छे लगते हैं। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में अच्छी बल्लेबाजी की, लेकिन असामान्य उछाल के सामने वे दिक्कत में नजर आये। वो क्रीज़ से खेल रहे हैं जो एक तकनीकी समस्या है। आप चाहे कितनी भी देर तक बल्लेबाजी करें, अगर आप क्रीज से खेल रहे हैं तो आपका करियर लंबा नहीं होगा।
कलिनन ने भारतीय टीम के खराब प्रदर्शन के पीछे सेंचुरियन में मिली जीत को जिम्मेदार ठहराया। इस सम्बन्ध में उन्होंने कहा,
बल्लेबाजी के नजरिए से शायद भारत के लिए सबसे बुरी बात यह थी कि उन्होंने पहला टेस्ट जीता था। लेकिन दक्षिण अफ्रीका ने वास्तव में अच्छी वापसी की।
कलिनन ने भारतीय गेंदबाजों की भी आलोचना की। उनका मानना ही कि भारतीय गेंदबाजों ने निरंतरता नहीं दिखाई। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि भारत को इशांत शर्मा को खिलाना चाहिए था।