भारतीय बल्लेबाज हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) को लम्बे समय बाद टेस्ट खेलने का मौका मिला। जोहानसबर्ग टेस्ट में विराट कोहली के चोटिल होने के कारण टीम मैनेजमेंट ने विहारी को शामिल किया। हालाँकि इस बल्लेबाज को अगले मैच में मौका मिलेगा या नहीं, स्पष्ट रूप से नहीं कहा जा सकता है। इस बीच पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) का बयान आया है, जिन्होंने अगले मैच में अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) की जगह हनुमा विहारी को खिलाने की सलाह दी है।
विहारी ने जोहानसबर्ग में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन अच्छी बल्लेबाजी की थी और नाबाद रहते हुए 40 रन का योगदान दिया था। वहीं चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे ने अर्धशतकीय पारियां खेली थी। ऐसे में अगले मैच में अगर विराट कोहली की वापसी होती है, तो शायद हनुमा विहारी को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है।
स्टार स्पोर्ट्स पर चर्चा के दौरान, गौतम गंभीर ने कहा कि अगर विहारी को अगले टेस्ट के लिए टीम से बाहर रखा गया तो वह निश्चित रूप से दुर्भाग्यशाली होंगे। उन्होंने कहा,
अगर वह अगला टेस्ट नहीं खेलता है तो यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण होगा क्योंकि अगर रहाणे ने अर्धशतक बनाया है, तो हनुमा विहारी ने भी नाबाद 40 रन बनाए हैं। अगर रहाणे की जगह हनुमा विहारी उस नंबर पर बल्लेबाजी करते तो शायद वह भी अर्धशतक लगाते।
गंभीर ने कहा कि विहारी को बनाये रखना चाहिए और उन्हें इन्तजार नहीं करवाना चाहिए। इसके पीछे तर्क देते हुए दिग्गज ने कहा,
विहारी ने दोनों पारियों में जिस नियंत्रण से बल्लेबाजी की है, आप ऐसे बल्लेबाज को ज्यादा मौका देना चाहते हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए कि आप उसे एक मैच खिलाएं, फिर उसे छोड़ दें और अगला टेस्ट छह महीने या एक साल बाद खिलाएं।
विराट कोहली को नंबर 4 पर रहाणे की जगह और हनुमा विहारी को नंबर 5 पर बल्लेबाजी करनी चाहिए - गौतम गंभीर
गौतम गंभीर ने स्पष्ट तौर पर कहा कि विराट कोहली को केप टाउन टेस्ट में अजिंक्य रहाणे की जगह शामिल किया जाना चाहिए। अपनी बात को समझाते हुए गंभीर ने कहा,
हमने लंबे समय से देखा है कि रहाणे ने क्या प्रदर्शन किया है। मेरा मानना है कि जब विराट कोहली अगले टेस्ट मैच में आते हैं तो रहाणे की जगह चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करें और विहारी पांचवें नंबर पर।
वर्ल्ड कप विजेता खिलाड़ी ने कहा कि हनुमा विहारी को उतना ही समर्थन मिलना चाहिए, जितना रहाणे को मिला है। उन्होंने कहा,
यह सही कदम है और आगे बढ़ने के लिए सही दिशा भी है क्योंकि टीम मैनेजमेंट ने रहाणे का इतना समर्थन किया है, तो हनुमा विहारी का उतना ही समर्थन करने का समय आ गया है क्योंकि वह दोनों पारियों में बहुत मजबूत दिखे हैं।