एक समय स्पिन गेंदबाजी भारत की मजबूती होती थी लेकिन पिछले कुछ सालों में प्रदर्शन में गिरावट देखने को मिली है और भारत को इसका खामियाजा भुगतना पड़ा है। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मौजूदा वनडे सीरीज (IND vs SA) के दोनों मैचों में भारत के स्पिन गेंदबाज रन रोकने की कोशिश करते नजर आये लेकिन विकेटों के मामले में कुछ खास सफल नहीं हुए। इसी को देखते हुए पूर्व दिग्गज ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) ने भारत को विकेट चटकाने वाले स्पिन गेंदबाजों की तलाश करने का सुझाव दिया है।
288 रनों का बचाव करते हुए, भारत ने 22वें ओवर में पहला विकेट हासिल किया। इसके बाद मेजबानों ने बीच के ओवरों में स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ आसानी से रन बटोरे और अपनी टीम को मैच जितवाया। भारत के लिए रविचंद्रन अश्विन और युजवेंद्र चहल ने 20 ओवर की गेंदबाजी में महज एक विकेट हासिल किया।
अश्विन ने 10 ओवर में बिना सफलता लिए 68 रन खर्च किये। दूसरी तरफ चहल ने 47 रन खर्च करते हुए एक सफलता अर्जित की।
हरभजन सिंह इस प्रयास से खुश नहीं थे। अपने यूट्यूब चैनल पर इस बारे में बात करते हुए भज्जी ने कहा,
मैं वर्षों से कह रहा हूं कि अगर भारत वनडे, टूर्नामेंट और विश्व कप जीतना चाहता है, तो उन्हें बीच के ओवरों में विकेट लेने वाले गेंदबाजों की जरूरत है। यह वर्ल्ड कप (संभवतः 2021 टी20 वर्ल्ड कप) में हुआ था, जहां हम हार गए क्योंकि हम बीच के ओवरों में विकेट नहीं ले सके। जब भी आपके स्पिनर या अन्य मध्य ओवर के गेंदबाज 15-40 ओवर में विकेट नहीं लेंगे, तो मैच आपके हाथ से निकल जाएगा। मेरा मानना है कि टीम इंडिया को यह पता लगाने की जरूरत है कौन से स्पिनर उन्हें विकेट दिलाएंगे। भले ही वे 8 ओवर में 60 रन दें या 9 ओवर में 70 रन दें, कोई फर्क नहीं पड़ता, लेकिन उन्हें तीन विकेट मिलने चाहिए। आप बीच के ओवरों में विकेट लिए बिना सफल नहीं होंगे।
तीसरे मैच में भारत को बदलाव करने चाहिए - हरभजन सिंह
हरभजन सिंह ने अंतिम वनडे मैच जीतना टीम के लिए महत्वपूर्ण बताया और कुछ बदलावों की उम्मीद लगाई। उन्होंने कहा,
तीसरा मैच जीतना भारतीय टीम के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि जब आप एक टूर्नामेंट खेलते हैं और आप जानते हैं कि आप हार गए हैं, तो थोड़ा आंतरिक शांति के लिए आखिरी मैच जीतना अच्छा लगता है। मुझे उम्मीद है कि भारतीय टीम गेंदबाजी विभाग में कुछ बदलाव लाएगी। ऐसे गेंदबाजों को लाएं जो रन रोकने की बजाय विकेट लेने की कोशिश करें।
भारतीय स्पिनर संघर्ष कर रहे हैं, वहीं विपक्षी टीम के फिरकी गेंदबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है और रनों पर अंकुश भी लगाया है।