विराट कोहली (Virat Kohli) के बचपन के कोच राजकुमार शर्मा का मानना है कि टीम के हेड कोच की जिम्मेदारी होती है कि वह जिस कप्तान के साथ कार्य करने जा रहा है, उसके नेतृत्व के अंदाज को समझे। दोनों को ही टीम को आगे बढ़ाने के एक-दूसरे का सहयोग करना चाहिए।
यूट्यूब चैनल खेलनीति पर टेस्ट कप्तान विराट कोहली और हेड कोच राहुल द्रविड़ के बारे में बात करते हुए, राजकुमार शर्मा ने इस बात पर प्रकाश डाला कि किस तरह विराट कोहली एक आक्रामक एप्रोच वाले कप्तान हैं।
उन्होंने कहा कि कोहली अपने कम्युनिकेशन के साथ, एक लीडर के रूप में उन चीजों के बारे में बहुत स्पष्ट हैं जिनकी वह उम्मीद करते हैं। एमएस धोनी की शैली विपरीत थी, क्योंकि वह चीजों को लेकर ज्यादा बोलने वाले व्यक्ति नहीं थे।
विराट के कोच ने आगे कहा कि इसलिए द्रविड़ जैसे व्यक्ति के लिए कप्तान के मनोवृत्ति की पहचान करना महत्वपूर्ण हो जाता है। उन्होंने कहा कि टीम को और अधिक ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए दोनों एक ही पेज पर कैसे हो सकते हैं।
राजकुमार शर्मा ने कहा,
हर कप्तान का अलग स्टाइल होता है और एक कोच को उसके साथ तालमेल बिठाना पड़ता है। कोहली के पद संभालने से पहले एमएस धोनी कप्तान थे। किसी को उनसे बहुत कुछ कहने की आवश्यकता नहीं थी क्योंकि वह बहुत अच्छे से टीम चलाते थे, और वे बहुत ज्यादा एक्सप्रेसिव भी नहीं थे। दूसरी ओर, कोहली बहुत आक्रामक हैं और वह अपनी टीम से जो चाहते हैं उसे लेकर स्पष्ट हैं।
विराट कोहली की अगुवाई में भारतीय टीम 26 दिसंबर से दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की सीरीज का आगाज करेगी। हेड कोच के रूप में राहुल द्रविड़ के लिए भी यह पहली विदेशी चुनौती होगी।
विराट कोहली बीसीसीआई के फेवरिट हैं - राजकुमार शर्मा
शर्मा ने आगे बताया कि किस तरह विराट कोहली सालों से भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के एक जिम्मेदार प्रतिनिधि हैं। उन्होंने चैंपियन क्रिकेटर को क्रिकेट बोर्ड का "ब्रांड एंबेसडर" करार दिया।
शर्मा ने यह भी उल्लेख किया कि कोहली महत्वपूर्ण दौरों की तैयारी के दौरान स्तर को उठाते हैं और अपने साथियों को भी ऐसा करने में मदद करते हैं।
उन्होंने कहा,
विराट की रन बनाने की भूख अब और बढ़ गई है। वह पिछले कुछ समय से बड़ा स्कोर नहीं कर पाए हैं। जब वह टॉप विपक्षी टीम से भिड़ता है तो उसकी तैयारी हमेशा अच्छी होती है और वह अपनी टीम को भी उसी तरह तैयार करता है। कोहली बीसीसीआई के फेवरिट हैं। वह कई वर्षों से नेतृत्व कर रहे हैं और बीसीसीआई के सबसे जिम्मेदार प्रतिनिधि हैं।