पूर्व विकेटकीपर और चयनकर्ता सबा करीम ने भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) के सामने सबसे बड़ी चुनौती की ओर इशारा किया है। सबा करीम ने कहा कि आने वाले समय में उतार-चढ़ाव के ग्राफ को मिटाना द्रविड़ के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी।
यूट्यूब चैनल खेलनीति पर सबा ने कहा कि भारतीय टीम एक सीरीज में एक टेस्ट से दूसरे टेस्ट में उस इंटेंसिटी को ले जाने में असफल रहती है। उन्होंने कहा,
राहुल द्रविड़ के सामने इस उतार-चढ़ाव के ग्राफ को मिटाना सबसे बड़ी चुनौती होगी। इस अनिरंतरता का मुख्य कारण यह है कि, एक टेस्ट मैच जो हम खेलते हैं, हम अपनी पूरी एनर्जी और इंटेंसिटी के साथ खेलते हैं लेकिन अगले मैच में हमारी एनर्जी और यूनिटी में कमी नजर आती है।
सबा करीम ने अपनी बात जारी रखते हुए आगे कहा,
अगर हम ध्यान से विश्लेषण करें, तो हम देख सकते हैं कि हमारे सभी खिलाड़ी एक साथ एक विशेष टेस्ट मैच के लिए एक सुपरपावर हैं। लेकिन एक सीरीज जीतने के लिए आपको यही इंटेंसिटी सभी मैचों में दिखानी पड़ेगी। हम एक मैच में पूरे 15 सेशन में इंटेंट दिखाते हैं लेकिन अगले मैच के 15 सेशन में हमें जिस फ़ोर्स और तैयारी की आवश्यकता होती है वह गायब रहती है और इस वजह से यह ग्राफ ऊपर-नीचे है।
राहुल द्रविड़ और टीम मैनेजमेंट को बैटिंग ऑर्डर को लेकर कड़े फैसले लेने होंगे - सबा करीम
सबा करीम ने यह भी कहा कि राहुल द्रविड़ और टीम मैनेजमेंट को बैटिंग ऑर्डर और हर बल्लेबाजी की टीम में वैल्यू पर एक बड़ा फैसला करना होगा। करीम ने कहा कि अगर चुने गए बल्लेबाज अच्छे नहीं हैं, तो उन्हें घरेलू सर्किट में प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों के मूल्य का आकलन करना होगा। इस पूर्व खिलाड़ी ने कहा,
राहुल द्रविड़, कप्तान और चयन समिति को यह तय करना चाहिए कि यह टीम और जिस बैटिंग ऑर्डर के साथ वे खेल रहे हैं वह काम कर रहा है या नहीं। उन्हें यह तय करना चाहिए कि इन खिलाड़ियों को रखना है या युवा खिलाड़ियों को लाना है, जिन्हें घरेलू सर्किट का काफी अनुभव है और अच्छे फॉर्म से गुजर रहे हैं। उन्हें यह देखने की जरूरत है कि क्या ये नए खिलाड़ी टीम में वैल्यू जोड़ पाएंगे।
सेंचुरियन में शानदार जीत के बाद भारतीय टीम को जोहांसबर्ग टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका के हाथों सात विकेट से हार का सामना करना पड़ा। दोनों टीमों के बीच तीन मैचों की सीरीज 1-1 की बराबरी पर और सीरीज का निर्णायक मैच केपटाउन में 11 जनवरी से खेला जायेगा।