दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज (IND vs SA) के लिए रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) की चार साल बाद इस प्रारूप में दोबारा वापसी हुयी थी लेकिन वह अच्छा करने में नाकाम रहे। भारत की सीरीज हार के बाद अश्विन को लेकर पूर्व भारतीय खिलाड़ी संजय मांजरेकर (Sanjay Manjrekar) ने भी प्रतिक्रिया दी है, जिनका मानना है कि चार साल बाद वनडे में अश्विन को चुने जाने का निर्णय अजीब था। उनके मुताबिक भारत को खराब चयन की कीमत चुकानी पड़ी।
अश्विन को सीरीज के शुरूआती दो वनडे मैचों में मौका मिला लेकिन वह महज एक विकेट हासिल कर पाए और 20 ओवर की गेंदबाजी में 121 रन खर्च किए।
ईएसपीएन क्रिकइंफो पर लम्बे समय के बाद अश्विन को दोबारा चुने जाने के फैसले पर संजय मांजरेकर ने कहा,
अश्विन अजीब तरह से किसी कारण से भारत की वनडे योजनाओं में वापस आ गए। भारत ने इसकी कीमत चुकाई। उन्होंने दो महत्वपूर्ण मैच खेले, कुछ खास नहीं किया। (युजवेंद्र) चहल भी जांच के घेरे में। प्रसिद्ध कृष्णा को थोड़ा और समर्थन देने की जरूरत है। साथ ही 50 ओवर में मोहम्मद शमी एक अच्छा विकल्प हो सकते हैं।
दिग्गज खिलाड़ी का यह भी मानना है कि भुवनेश्वर कुमार की जगह भारत दीपक चाहर की तरफ रूख करे। उन्होंने तर्क देते हुए कहा,
गेंदबाजी के लिहाज से, भुवनेश्वर कुमार ने इस सीरीज से पहले ही संकेत दे दिए थे कि उन्हें अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन में वापस आने में मुश्किल हो रही है। मुझे लगता है कि सीरीज में उनके प्रदर्शन को देखने के बाद यह मुद्दा खत्म हो गया है। दीपक चाहर ने जानेमन मलान को शानदार गेंद पर आउट कर बताया कि वह बेहतर विकल्प हैं।
दीपक चाहर ने आखिरी वनडे में बेहतरीन ऑलराउंड खेल दिखाया। उन्होंने गेंद के साथ 2 विकेट चटकाए और इसके बाद शानदार अर्धशतक भी जड़ते हुए भारत को जीत के करीब पहुंचाया। हालांकि उनके आउट होने के बाद टीम मैच हार गयी।
संजय मांजरेकर ने इस दौरे को भारत के सबसे खराब दक्षिण अफ्रीका दौरों में से एक बताया
केपटाउन में भारत की हार पर बोलते हुए मांजरेकर ने कहा कि आखिरी मैच में भारत की जिस तरह हार हुयी, वह पूरे दौरे की कहानी बयां करता है। उन्होंने समझाते हुए कहा,
जिस तरह से मैच समाप्त हुआ वह भारत के पूरे दौरे की कहानी है। यह भारत के सबसे खराब दक्षिण अफ्रीका के दौरों में से के होना चाहिए। ऐसा होना तय था। यह अभी दक्षिण अफ्रीका में भारत का समय नहीं था। यह एक बुरी हार है।