विराट कोहली बाहर जाती गेंदों को क्यों नहीं छोड़ पा रहे थे, बचपन के कोच ने बताई बड़ी वजह 

विराट कोहली बाहर जाती गेंदों के खिलाफ लगातार आउट हो रहे
विराट कोहली बाहर जाती गेंदों के खिलाफ लगातार आउट हो रहे

भारतीय टेस्ट कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) पिछले काफी समय से बड़ी पारी नहीं खेल पाए हैं और इस दौरान उनके आउट होने की समस्या बाहर जाती गेंदों से छेड़छाड़ करना रहा है। कोहली वाइड गेंदों का पीछा करते हुए शॉट खेल रहे थे और विकेट के पीछे आउट हो रहे थे। दाएं हाथ के इस बल्लेबाज के बचपन के कोच राजकुमार शर्मा ने हाल ही में खुलासा किया कि किस तरह बल्लेबाज ने 2014 में इंग्लैंड के बेहद खराब दौरे के बाद, इस समस्या निपटने के लिए एडजस्टमेंट किया था।

यूट्यूब चैनल खेलनीति पर बोलते हुए, शर्मा ने बताया किया कि कोहली का ट्रिगर मूवमेंट ऑफ स्टंप की ओर अधिक था, इसलिए उन्होंने उन गेंदों को खेला, जो काफी बाहर थीं।

उन्होंने बताया कि विराट अब मिडिल स्टंप के करीब रहने की कोशिश करते हैं। इससे उन्हें बाहर जाती गेंदों को छोड़ने में मदद मिली है, और वह उनका पीछा करने के बजाय उन्हें छोड़ने में सक्षम है।

राजकुमार शर्मा ने कहा,

विराट कोहली ने 2014 में इंग्लैंड में इसी तरह की गलती की थी। मैंने उन्हें बताया था कि जैसे-जैसे आप ऑफ स्टंप की तरफ बढ़ रहे हैं, आपको लगता है कि आप सभी गेंदों को खेलने में सक्षम होंगे। यही कारण है कि वह गेंद को अच्छे से छोड़ नहीं पा रहे थे। अब, वह मिडिल और ऑफ स्टंप पर अधिक रहता है। इस वजह से, वह अपने ऑफ स्टंप के बारे में अधिक सतर्क है और इसलिए 6वें स्टंप पर जा कर गेंदों को नहीं खेल रहे हैं।

विराट कोहली ने केपटाउन टेस्ट की पहली पारी में बहुत अधिक संयम दिखाया और 79 रन की एक धर्यपूर्ण पारी खेली थी।

जसप्रीत बुमराह कल पुराने जसप्रीत बुमराह की तरह दिखे - राजकुमार शर्मा

South Africa v India - 3rd Test
South Africa v India - 3rd Test

शर्मा ने केपटाउन टेस्ट के दूसरे दिन अपने शानदार प्रदर्शन के लिए भारतीय गेंदबाजों की सराहना की। जसप्रीत बुमराह मेहमान टीम के लिए सबसे कामयाब गेंदबाज रहे और पांच विकेट हासिल कर छोटे स्कोर के बावजूद मेजबान टीम को बढ़त नहीं हासिल करने दी। राजकुमार शर्मा ने आगे कहा,

यह काबिले तारीफ था कि भारतीय गेंदबाजों ने आक्रामक तरीके से गेंदबाजी की। जसप्रीत बुमराह कल पुराने जसप्रीत बुमराह की तरह लग रहे थे। बल्लेबाजों की तकनीक और एकाग्रता को उच्च श्रेणी की गेंदबाजी से परखा गया है।

Quick Links