विराट कोहली (Virat Kohli) का प्रदर्शन पिछले कुछ समय से उस स्तर का नहीं रहा है, जैसा वह पहले करते थे। मौजूदा समय में विराट कोहली तीनों प्रारूपों में ही बतौर खिलाड़ी ही खेल रहे हैं। विराट के खराब प्रदर्शन को देखते हुए हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) ने उन्हें चेतावनी दी है कि तीनों प्रारूपों में कप्तानी छोड़ने या हटाए जाने के बाद, अब एक अलग दबाव महसूस करेंगे जो उन्होंने पिछले सात वर्षों में महसूस नहीं किया है। पूर्व स्पिनर ने कहा कि विराट के चयन की अब गारंटी नहीं है और कोहली अब पहले से कहीं अधिक प्रदर्शन करने का दबाव महसूस करेंगे।
हरभजन सिंह की यह टिप्पणी विराट के दूसरे वनडे में शून्य पर आउट होने के बाद आई है। भारत को इस मैच में सात विकेट से हार का सामना करना पड़ा। पहले मैच में कोहली ने अर्धशतक जड़ा था लेकिन दूसरे मैच में वह पांच गेंदों का सामना करते हुए बिना खाता खोले ही केशव महाराज का शिकार बने।
अपने यूट्यूब चैनल पर हरभजन ने विराट कोहली के जल्दबाजी में टेस्ट कप्तानी छोड़ने के फैसले पर हैरानी जताई। उन्होंने विराट के लिए नई चुनौतियों के बारे में कहा,
जब कोई कप्तान सात साल बाद पद छोड़ता है, तो टीम के अंदर और बाहर बहुत से लोग हैरान होते हैं। मैं खुद बहुत हैरान था कि उसने शायद जल्दबाजी में यह फैसला कर लिया। लेकिन जाहिर तौर पर विराट जानते हैं कि उनके दिल में क्या है, उनकी भविष्य की क्या योजनाएं हैं और वह भविष्य में क्या करना चाहते हैं। लेकिन जब आप कप्तान होते हैं तो चीजें अलग होती हैं। एक बल्लेबाज के तौर पर उन पर अलग दबाव होगा। हम सभी जानते हैं कि वह एक बड़ा खिलाड़ी है लेकिन जब आप कप्तान होते हैं तो आपको अपने चयन के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है। आप हमेशा चुने जाते हैं।
कोहली खिलाड़ी के तौर पर भी मैच विनर रहेंगे - हरभजन सिंह
हरभजन सिंह ने कहा कि विराट कोहली कप्तान के तौर पर जैसे मैच विनर थे, वैसे ही वह खिलाड़ी के तौर पर भी साबित होंगे। उन्होंने कहा,
आप चाहे कितने भी बड़े खिलाड़ी हों, चाहे आप सचिन तेंदुलकर, कपिल देव, (सुनील) गावस्कर, या कोई भी हों लेकिन जब आप प्रदर्शन नहीं करते हैं तो आप दबाव महसूस करते हैं। वह एक दबाव महसूस करेंगे जो पिछले सात वर्षों में नहीं था। लेकिन मैं यह भी कहना चाहता हूं कि इन सात वर्षों में उन्होंने एक कप्तान के रूप में विश्व क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। मुझे उम्मीद है कि एक बल्लेबाज के रूप में उनका प्रदर्शन उतना ही अच्छा रहेगा और वह टीम इंडिया के मैच जीतते रहेंगे जैसे उन्होंने एक कप्तान के रूप में किया।
हरभजन सिंह ने टेस्ट सीरीज की हार पर भी प्रतिक्रिया दी और उन्होंने कहा कि भारत के पास 1-0 की बढ़त के बाद सीरीज जीतने का शानदार मौका था और उनके मुताबिक यह दक्षिण अफ्रीका की सबसे कमजोर टीम थी, जिसने भारत को हराया है।