दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 9 जून से होने वाली टी20 सीरीज (IND vs SA) के लिए भारतीय स्क्वाड में कई युवाओं को चुना गया है और उनमें बाएं हाथ के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह (Arshdeep Singh) का नाम भी शामिल है। युवा तेज गेंदबाज इस मौका का पूरा फायदा उठाने को देख रहा है। अर्शदीप ने कहा कि वह अपनी निरंतरता पर कार्य करना चाहते हैं तथा हेड कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) और गेंदबाजी कोच पारस महाम्ब्रे के साथ समय बिताने के लिए उत्सुक हैं।
एनडीटीवी के साथ खास बातचीत में अर्शदीप ने कहा,
मैं अपनी निरंतरता पर काम करना चाहता हूं। मैं और अधिक निरंतर होना चाहता हूं। गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे सर होंगे, राहुल द्रविड़ सर होंगे, मैं उनके दिमाग को पिक करने की कोशिश करूंगा और मैं यह पता लगाने की कोशिश करूंगा कि खिलाड़ी किस मानसिक स्थिति में होना चाहिए।
आईपीएल 2022 में अर्शदीप सिंह ने बहुत अधिक विकेट नहीं चटकाए लेकिन अंतिम ओवरों में जिस तरह से उन्होंने गेंदबाजी उससे हर कोई प्रभावित नजर आया। इस सीजन उन्होंने 14 मैचों में 10 विकेट हासिल किये। इस दौरान उन्होंने डेथ ओवर्स में महज 7.58 की इकॉनमी से रन खर्च किये। इससे साफ़ पता चलता है कि उन्होंने कितनी चतुराई से अपनी विविधताओं का इस्तेमाल करते हुए बल्लेबाजों को बाँध कर रखा।
अर्शदीप सिंह ने अपनी परफेक्ट यॉर्कर का श्रेय इन दो खास लोगों को दिया
अर्शदीप सिंह ने मुश्किल मौकों पर सटीक यॉर्कर डालीं और उन्होंने खुलासा किया कि किसकी मदद से परफेक्ट यॉर्कर डालनी सीखी। उन्होंने कहा,
मुझे लगता है, यह सब दोहराव के बारे में है (कैसे वह लगातार यॉर्कर देने में कामयाब रहे हैं)। यॉर्कर एक ऐसी गेंद है जिसे बार-बार डालने के बाद सही करना सीखते हैं। यह इस पर आधारित है कि आप उस दिन कैसा महसूस करते हैं और विकेट कैसा है।
बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने अपनी सफलता का श्रेय अपने कोच जसवंत राय और पंजाब किंग्स के गेंदबाजी कोच डेमियन राइट को दिया। अर्शदीप ने कहा,
इसका श्रेय मेरे गेंदबाजी कोच जसवंत राय और पीबीकेएस के गेंदबाजी कोच डेमियन राइट को जाता है। उन्होंने मेरे साथ बहुत काम किया है, मैच से पहले राइट मुझसे कहते थे कि मुझे गीली गेंद से भी यॉर्कर डालने का अभ्यास करना चाहिए क्योंकि अगर ओस आती है, तो यॉर्कर छूटने की संभावना है।