श्रीलंका (Sri Lanka) के खिलाफ मोहाली टेस्ट मैच में भारतीय टीम (Indian Team) के लिए रविन्द्र जडेजा (Ravindra Jadeja) ने बेहतरीन बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुए शतक जमाया। वह 175 रन बनाकर नाबाद रहे। अपनी शतकीय पारी और योजनाओं को लेकर रविन्द्र जडेजा ने कुछ अहम बातों का जिक्र किया है।
मयंक अग्रवाल के साथ बीसीसीआई डॉट टीवी पर बातचीत में रविन्द्र जडेजा ने कहा कि भारत के लिए एक मैराथन पारी खेलने के बाद गर्व महसूस हो रहा है। मेरी मैदान पर जाने के समय कोई योजना नहीं थी। यही था कि ऋषभ पन्त के साथ अच्छी साझेदारी करनी है क्योंकि वह अच्छा खेल रहा था और किसी भी गेंदबाज को इस तरह मार रहा था कि पिच में कुछ नहीं है। इसके बाद जैसे-जैसे मैं सेट होता गया, लम्बा खेलने का सोचा था। अंत में अश्विन और शमी ने भी अच्छी बल्लेबाजी की। सभी का अच्छा प्रयास था और हर किसी को बल्लेबाजी का मौका मिला।
शतक के बाद की सोच के बारे में जडेजा ने कहा कि मैंने रणजी ट्रॉफी में जो तीन ट्रिपल सेंचुरी लगाई है, वह नम्बर चार पर खेलते हुए जड़ी है। यहाँ नम्बर 7 पर आसान नहीं होता। मैंने शतक के बाद बड़े शॉट लगाने का प्रयास किया और यह हो रहा था। इसके अलावा जडेजा ने कहा कि पिछले दो-तीन सालों में मैंने सोचा कि घरेलू क्रिकेट में मैंने रन बनाए हैं, उसी तरह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भी खेलने का प्रयास करना चाहिए। मैंने माइंडसेट में बदलाव किया है। पहले मैंने बल्लेबाजी में इतना गंभीरता से नहीं सोचा था।
गौरतलब है कि श्रीलंका के खिलाफ पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने पहली पारी 8 विकेट पर 574 रन बनाकर घोषित कर दी। रविन्द्र जडेजा सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। उन्होंने नाबाद 175 रन बनाए। दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक श्रीलंका ने पहली पारी में 4 विकेट पर 108 रन बनाए।