भारतीय टीम (Indian Team) ने बेंगलुरु में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन श्रीलंका (Sri Lanka) की टीम को पराजित करते हुए सीरीज 2-0 से जीत ली। भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पन्त ने इन मैचों में तेज बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया। यही कारण है कि उनको प्लेयर ऑफ़ द सीरीज चुना गया। इस मौके पर पन्त ने कुछ अहम बातों का जिक्र किया।
ऋषभ पन्त ने कहा कि मुझे लगता है कि दोनों (बल्लेबाजी और कीपिंग) में आपको विकसित होते रहने की जरूरत है, मैंने पहले कुछ गलतियां की हैं और सुधार करते रहना चाहता हूं। तेज खेलने को लेकर उन्होंने कहा कि यह मेरी मानसिकता में नहीं है, विकेट खेलने में मुश्किल था इसलिए मैंने सोचा कि मैं तेजी से रन ढूंढूंगा। टीम प्रबंधन मुझसे (पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करने पर) जो चाहता है, मैं वह करूंगा। मुझे लगता है कि यह आत्मविश्वास के बारे में अधिक है। बेहतर विकेटकीपिंग कौशल को लेकर पन्त ने कहा कि पहले मैं बहुत ज्यादा सोचता था, अब मैं केवल हर गेंद पर ध्यान केंद्रित कर रहा हूं।
मोहाली में खेले गए पहले टेस्ट मैच में ऋषभ पन्त ने तूफानी बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया और पहली पारी में 97 गेंदों का सामना करते हुए 96 रनों की पारी खेली। इसके बाद पन्त ने यही मानसिकता बेंगलुरु टेस्ट में दिखाई। पहली पारी में 39 रन बनाने के बाद दूसरी पारी में पन्त ने तेजी से खेलते हुए 50 रनों की पारी खेली।
बेंगलुरु टेस्ट मैच में भारतीय टीम पहली पारी में खेलते हुए 252 रनों के स्कोर पर आउट हो गई। जवाबी पारी में खेलते हुए मेहमान श्रीलंका ने 109 रन बनाए। दूसरी पारी में बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 9 विकेट 303 रन बनाते हुए पारी घोषित कर दी। इसके बाद जवाब में खेलते हुए श्रीलंकाई टीम 208 रन बनाकर मैच हार गई।