श्रीलंका के खिलाफ टी20 सीरीज (IND vs SL) में कुछ प्रमुख खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में शामिल नए खिलाड़ियों के पास अपना दावा मजबूत करने का मौका था और कुछ ऐसा ही मौका संजू सैमसन (Sanju Samson) के पास भी था। सैमसन को टीम मैनेजमेंट ने भरोसा दिखाते हुए इस सीरीज के लिए चुना था लेकिन उन्होंने मौके को सही से नहीं भुनाया। भारत के पूर्व ओपनर वसीम जाफर ने कहा है कि वह संजू सैमसन को अपने अवसरों को नहीं लेते देखकर वास्तव में दुखी महसूस करते हैं।
ऋषभ पंत की गैरमौजूदगी में टीम में शामिल किये केरल के विकेटकीपर बल्लेबाज को आखिरी दो मैचों में बल्लेबाजी का मौका मिला। उन्होंने दूसरे टी20 में नंबर 4 पर 18 गेंदों में 39 रन की तेज पारी खेली और आखिरी मैच में ओपन करते हुए 12 गेंदों में 18 रन बनाये।
एक बार फिर सैमसन में निरंतरता की कमी तथा अपनी शुरुआत को बड़े स्कोर में तब्दील न कर पाने की कमी दिखी।
ईएसपीएन क्रिकइंफो पर जाफर ने कहा कि सैमसन के पास अपनी बैकअप विकेटकीपर और बल्लेबाज की जगह के लिए मजबूती से दावा पेश करने का सुनहरा मौका था। उनका मानना है कि सैमसन के पास छोटे प्रारूप में योगदान देने की काबिलियत है लेकिन वह मौकों को भुना नहीं पा रहे हैं।
जाफर ने कहा,
उन्होंने निश्चित रूप से अपने अवसरों को नहीं भुनाया है। आखिरी दो मैच उनके लिए तीसरे विकेटकीपिंग विकल्प या बल्लेबाज के रूप में अपना दावा पेश करने का एक अच्छा अच्छा अवसर था। वह जो कुछ भी कर सकता है उसकी झलक दिखाता है लेकिन दूसरे लोगों की तरह अपने अवसरों को भुना नहीं पाया। इसलिए मैं वास्तव में दुखी हूं क्योंकि मुझे लगता है कि उनके पास विशेष रूप से इस प्रारूप में देने के लिए बहुत कुछ है।
टीम मैनेजमेंट उन्हें और मौके देगा
पूर्व खिलाड़ी ने संजू के असफल होने के बावजूद उम्मीद जताई है कि टीम मैनेजमेंट उन्हें कुछ और समय तक के लिए अपनी योजनाओं में रखेगा। उन्होंने कहा,
मुझे लगता है कि वह निश्चित रूप से चीजों की योजना में है। मुझे नहीं लगता कि इस भारतीय टीम के सेटअप को इस बात से कोई आपत्ति होगी कि उन्होंने 30 रन बनाये लेकिन वे निश्चित रूप से देखेंगे कि वह आसपास है।