"रोहित शर्मा और राहुल द्रविड़ के लिए वनडे सीरीज में एक सेटल टीम के साथ खेलना बहुत मुश्किल होगा " - पूर्व खिलाड़ी ने दी बड़ी प्रतिक्रिया 

रोहित शर्मा और राहुल द्रविड़ की जोड़ी को के सामने कई चुनौतियां हैं
रोहित शर्मा और राहुल द्रविड़ की जोड़ी को के सामने कई चुनौतियां हैं

भारतीय टीम को वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे सीरीज (IND vs WI) शुरू होने से पहले ही कई खिलाड़ियों को कोरोना की वजह से खोना पड़ा है और उनके लिए सीरीज के दौरान एक सेटल टीम खिला पाना काफी मुश्किल काम होने वाला है। कुछ ऐसा ही पूर्व भारतीय विकेटकीपर सबा करीम का भी मानना है। करीम के मुताबिक कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Shamra) और कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) के लिए एक सेटल यूनिट के साथ खेलना काफी मुश्किल होने वाला है।

भारतीय वनडे स्क्वॉड के तीन खिलाड़ी कोरोना की चपेट में आ गए हैं और उप-कप्तान केएल राहुल भी निजी कारणों से पहले वनडे मैच का हिस्सा नहीं होंगे। राहुल दूसरे मैच के पहले टीम के साथ जुड़ेंगे।

इंडिया न्यूज पर एक चर्चा के दौरान, भारत के पूर्व विकेटकीपर करीम ने शर्मा और द्रविड़ के चयन की दुविधा पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा,

रोहित को सोचना होगा कि क्या वह नंबर 4 पर इशान किशन को खिलाएंगे या फिर केएल राहुल का इंतजार करेंगे और किसी और को खिलाएंगे। तो आपको बहुत सारे बदलाव देखने को मिलेंगे। रोहित शर्मा और राहुल द्रविड़ के लिए सेटल यूनिट के साथ खेलना काफी मुश्किल होगा।

पूर्व खिलाड़ी ने वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज को कप्तान और कोच की जोड़ी के लिए चुनौतीपूर्ण बताया। करीम ने तर्क देते हुए कहा,

दूसरी बात यह है कि वेस्टइंडीज भी ऐसे दौर से बाहर आ रहा है। उन्होंने युवाओं में भी काफी निवेश किया है और वे सभी खुले दिमाग से खेलते हैं। इसलिए मुझे लगता है कि यह रोहित और राहुल द्रविड़ के लिए एक चुनौतीपूर्ण कार्य होगा।

राहुल द्रविड़ इन मुश्किलों का मुकाबला करना जानते हैं - राजकुमार शर्मा

राहुल द्रविड़ को मुश्किल परिस्थितियों से निकलने का अनुभव है
राहुल द्रविड़ को मुश्किल परिस्थितियों से निकलने का अनुभव है

विराट कोहली के बचपन के कोच राजकुमार शर्मा से भी पूछा गया कि द्रविड़ को टीम इंडिया के मुख्य कोच के रूप में पदभार संभालने के बाद से किन चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। उन्होंने कहा,

यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि उनके शामिल होते ही इस तरह की मुश्किलें उनके सामने आ रही हैं। लेकिन राहुल द्रविड़ बहुत बुद्धिमान हैं और इन कठिनाइयों का मुकाबला करना जानते हैं।

शर्मा ने इसके पीछे तर्क देते हुए आगे कहा,

उनके पास कोचिंग का भी काफी अनुभव है क्योंकि वह लंबे समय से इंडिया ए और जूनियर टीम को मैनेज कर रहे थे। यह अलग बात है कि सीनियर टीम के साथ मुश्किलें थोड़ी अलग तरह की होती हैं, लेकिन मुझे पूरी उम्मीद है कि उनका जिस तरह का चरित्र है, वह इन मुश्किलों को दूर करेंगे।

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