वेस्टइंडीज (West Indies) के खिलाफ अहमदाबाद में भारतीय टीम (Indian team) के लिए ऋषभ पन्त (Rishabh Pant) को बतौर ओपनर खेलते देखा गया। हालांकि पन्त ज्यादा देर टिकने में नाकाम रहे। इस पहल को लेकर पूर्व दिग्गज सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) का बयान आया है। सुनील गावस्कर का कहना है कि पन्त को ओपन कराना महज एक प्रयोग था।
स्टार स्पोर्ट्स पर कमेंट्री के दौरान गावस्कर ने कहा कि पहले 10 ओवर वह हैं जहां भारत पास्ट में थोड़ा धीमा रहा है। वे पहले 10 ओवरों में मैदान की पाबंदी का फायदा उठाना चाह रहे हैं। वे स्पष्ट रूप से शायद 60-70 स्कोर करना चाह रहे हैं। यही वे ढूंढ रहे हैं। यह एक प्रयोग है, कोई गलती न करें। अगर यह काम करता है, तो यही वह खाका है जिसे वे अगले साल भारत में होने वाले विश्व कप में आगे बढ़ाना चाहेंगे।
गावस्कर ने कहा कि टॉप क्रम में पन्त को भेजकर टीम मैनेजमेंट उनको कुछ और जिम्मेदारी देते हुए चाहता है कि उनके बल्ले से रन आए। हालांकि गावस्कर ने चिंता भी जताई कि फिनिशर कौन होगा। भारत के लिए वह पन्त को फिनिशर के रूप में देखते हैं। वह अंतिम 10 से 15 ओवरों में आकर टीम के लिए अच्छा काम कर सकते हैं।
गौरतलब है कि अहमदाबाद में दूसरे एकदिवसीय मैच के दौरान वेस्टइंडीज ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया। किरोन पोलार्ड पूरी तरह से फिट नहीं होने के कारण मैच से बाहर हो गए। निकोलस पूरन को कप्तानी की जिम्मेदारी दी गई।
पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम के लिए रोहित शर्मा और ऋषभ पन्त ने ओपन किया जो हर किसी के लिए हैरान करने वाला निर्णय था। पन्त ज्यादा देर तक नहीं टिक पाए और 18 रन के निजी स्कोर पर आउट होकर चलते बने। भारतीय टीम में इशान किशन की जगह केएल राहुल को लिया गया।