विराट कोहली (Virat Kohli) का समय अभी खराब चल रहा है और लगातार वह बड़ा स्कोर करने से चूक रहे हैं। वेस्टइंडीज (West Indies) के खिलाफ अहमदाबाद में खेले जा रहे दूसरे एकदिवसीय मुकाबले के दौरान भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला। पूर्व भारतीय कप्तान अच्छी शुरुआत के बाद आउट होकर पवेलियन लौट गए। उनकी फॉर्म को लेकर पूर्व भारतीय क्रिकेटर विनोद काम्बली ने प्रतिक्रिया दी है।
सोशल मीडिया एप 'कू' (KOO) पर विनोद काम्बली ने एक पोस्ट लिखते हुआ कहा
"विराट कोहली पिछली कुछ सीरीज में 30 रन से नर्वस हैं और वह अच्छा स्कोर नहीं कर पाए हैं। ऐसा लग रहा है कि उनका सचिन जैसा दौर चल रहा है।"
गौरतलब है कि दूसरे एकदिवसीय मैच में विराट कोहली ने क्रीज पर आने के बाद कुछ शॉट जड़े और लय में भी दिखाई दे रहे थे लेकिन वह अपनी शुरुआत को लम्बा नहीं खींच पाए। महज 18 रन के निजी स्कोर पर वह शाई होप के हाथों लपके गए। ओडियन स्मिथ ने कोहली को चलता किया। स्मिथ ने ऋषभ पन्त को भी पवेलियन की राह दिखाई, वह भी 18 रन बनाकर आउट हुए। ऋषभ पन्त आज बतौर ओपनर खेलने के लिए आए थे। वनडे क्रिकेट में एक प्रयोग के तौर पर पन्त को रोहित शर्मा के साथ ओपन करने के लिए भेजा।
![काम्बली ने कोहली की खराब फॉर्म पर प्रतिक्रिया दी है](https://statico.sportskeeda.com/editor/2022/02/be341-16444144338817-1920.jpg?w=190 190w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2022/02/be341-16444144338817-1920.jpg?w=720 720w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2022/02/be341-16444144338817-1920.jpg?w=640 640w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2022/02/be341-16444144338817-1920.jpg?w=1045 1045w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2022/02/be341-16444144338817-1920.jpg?w=1200 1200w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2022/02/be341-16444144338817-1920.jpg?w=1460 1460w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2022/02/be341-16444144338817-1920.jpg?w=1600 1600w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2022/02/be341-16444144338817-1920.jpg 1920w)
काम्बली ने कोहली की तुलना सचिन तेंदुलकर की स्थिति से की है। सचिन तेंदुलकर के साथ भी ऐसा हुआ था जब वह बड़ा स्कोर नहीं कर पा रहे थे। कोहली ने साल 2019 के बाद से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कोई शतक नहीं लगाया है। करियर में उनके कुल 70 शतक हैं और 71वें शतक का इंतजार फैन्स हर मैच में करते हैं। यह देखना दिलचस्प रहेगा कि कोहली अपने शतक के अकाल को कब समाप्त कर पाते हैं। हालांकि उनकी क्षमता पर किसी को शक नहीं होना चाहिए।