भारतीय टीम (West Indies) के लिए वेस्टइंडीज (West Indies) के खिलाफ दूसरे टी20 मुकाबले में विराट कोहली ने धाकड़ बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुए अर्धशतक जमाया। शुरुआत से ही आक्रामक रुख अपनाकर आए कोहली ने वेस्टइंडीज के गेंदबाजों को निशाना बनाते हुए अपनी पारी में तेजी रखी। अपनी बल्लेबाजी को लेकर उन्होंने कुछ अहम चीजों का जिक्र किया है।
विराट कोहली ने कहा कि मेरे लिए हमेशा अलग-अलग परिस्थितियों में टीम के लिए बल्लेबाजी करने के मौके आए हैं। आज जब मैं खेलने के लिए गया तो सकारात्मक रहने के बारे में सोचा। मैं उसी तरह रहना चाहता था, आउट होने से निराशा हुई क्योंकि मैंने गेम को सेट अप किया था और जिस तरह से खेल रहा था उस हिसाब से अंतिम 4 से 5 ओवरों में हार्ड जाना चाहिए था। मैं खुश हूँ कि आज साफ़ इरादों के साथ मैं मैदान पर गया।
कोहली ने यह भी कहा कि मैंने यह बिलकुल नहीं सोचा कि मुझे शॉट खेलने चाहिए या नहीं। इस तरह से पारी शुरू करना अच्छी चीज थी। जब आप लम्बे समय से जिम्मेदारी के साथ खेलते हो, तो जोखिम लेने या नहीं लेने के बारे में मानसिकता बना लेते हो। कभी-कभी, आप भूल जाते हैं कि आप जिस मुकाम पर पहुंचे हैं, उस पर क्यों पहुंचे और अपनी प्रवृत्ति को बैक करना महत्वपूर्ण है। स्टेडियम में थोड़े से लोग भी हमेशा आपकी मदद करते हैं, कभी-कभी आपको अपने लिए गति बनाने की ज़रूरत होती है। हमने 180 के बारे में सोचा था कि यह अच्छा स्कोर था। बीच में कुछ गेंदें रुक रही थी।
भारतीय टीम के लिए कोहली के अलावा ऋषभ पन्त ने भी तूफानी बल्लेबाजी करते हुए नाबाद 52 रन बनाए। उनके अलावा वेंकटेश अय्यर ने भी 33 रनों की तेज पारी खेली। टीम इंडिया ने वेस्टइंडीज को 187 रनों का बड़ा लक्ष्य दिया।