भारत (India) और इंग्लैंड (England) के बीच अहमदाबाद में तीसरे टेस्ट मैच की पिच पर आईसीसी के फैसले का इन्तजार सभी को था और फैसला आ भी गया। आईसीसी ने पिच को औसत करार दिया है। इसका मतलब यह है कि पिच के ऊपर कोई कार्रवाई नहीं होगी और आगे भी इस पर मुकाबले खेले जा सकेंगे। इस पिच पर महज दो दिनों में ही मुकाबला खत्म हो गया था।
आईसीसी के फैसले से नरेंद्र मोदी स्टेडियम प्रतिबंधों से बच गया है। औसत से नीचे की रेटिंग अगर इस पिच को मिलती तो शायद यहाँ बैन लगने की संभावना थी। औसत रेटिंग के कारण अब किसी भी तरह की सजा नहीं मिलेगी।
पिच पर उठे थे सवाल
अहमदाबाद में हुआ पिंक बॉल टेस्ट मैच महज दो दिनों में खत्म हो गया था। इसके बाद इसके ऊपर काफी सवाल खड़े हुए थे। इंग्लैंड के पूर्व खिलाड़ी माइकल वॉन, केविन पीटरसन, एंड्रू स्ट्रॉस, एलिस्टेयर कुक आदि खिलाड़ी बार-बार कार्रवाई की मांग करते हुए दिखाई दिए थे। हालांकि अगले टेस्ट मैच में बेहतर पिच के बाद भी इंग्लैंड के बल्लेबाज जल्दी आउट होकर पवेलियन लौट गए थे। तीसरे टेस्ट की पिच को लेकर फैसला इंग्लैंड टीम मैनेजमेंट ने आईसीसी पर छोड़ दिया था। मैच रेफरी जवागल श्रीनाथ की रिपोर्ट पर फैसला दिया गया है। इसमें अम्पायरों की भूमिका भी होती है।
जनवरी 2018 में नए आईसीसी नियमों के तहत, एक 'औसत' रेटिंग से कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं होती है। इससे मोटेरा की पिच पर कोई एक्शन भी नहीं लिया जाएगा। खराब या अनफिट पिच की रेटिंग मिलने पर एक डीमेरिट पॉइंट देने का प्रावधान है।
अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में ही अंतिम टेस्ट खेला गया था जिसमें भारतीय टीम को जीत मिली थी। टी20 सीरीज के सभी मुकाबले भी इस पिच के ऊपर ही खेले जा रहे हैं। इस दौरान बल्लेबाजी में ज्यादा समस्या नहीं देखी गई है।