अहमदाबाद में खेला गया बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज का चौथ और अंतिम टेस्ट मुकाबला ड्रॉ रहा और टीम इंडिया ने सीरीज 2-1 से अपने नाम की। अंतिम दिन ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी पारी में 78.1 ओवर में 175/2 का स्कोर बनाया। मुकाबले में किसी नतीजे की संभावना न देखते हुए आपसी सहमति से मुकाबला ड्रॉ हुआ।
पहला सेशन
चौथे दिन के स्कोर 3/0 से आगे खेलने उतरी ऑस्ट्रेलिया ने 11वें ओवर में अपना पहला विकेट गंवाया। नाईट वॉचमैन के रूप में ओपनर के तौर पर आये मैथ्यू कुहनेमन को रविचंद्रन अश्विन ने एलबीडबल्यू आउट कर भारत को पहली सफलता दिलाई। कुहनेमन ने 6 रन बनाये। यहाँ से ट्रैविस हेड का साथ देने के लिए मार्नस लैबुशेन आये। उस्मान ख्वाजा चोटिल हैं, इसी वजह से वह बल्लेबाजी के लिए नहीं आये। हेड और लैबुशेन की जोड़ी ने अच्छी तरह से पारी को आगे बढ़ाया और अर्धशतकीय साझेदारी भी की। भारतीय गेंदबाजों को इस जोड़ी ने और कोई भी जश्न मनाने का मौका नहीं दिया और पहले सेशन की समाप्ति तक टिके रहे। लंच तक ऑस्ट्रेलिया ने 36 ओवर में एक विकेट के नुकसान पर 73 रन बना लिए। हेड 45 और लैबुशेन 22 रन बनाकर जमे हुए थे। भारत की बढ़त से ऑस्ट्रेलिया अभी भी 18 रन पीछे थी। इस सेशन में ऑस्ट्रेलिया ने 30 ओवर में एक विकेट के नुकसान पर 70 रन बनाये।
दूसरा सेशन
लंच के बाद ट्रैविस हेड ने अपना 13वां अर्धशतक पूरा किया। ऑस्ट्रेलिया के 45वें ओवर में 100 रन पूरे हुए। मार्नस लैबुशेन भी अपना अर्धशतक पूरा करने में कामयाब रहे। दोनों बल्लेबाजों के बीच काफी अच्छी साझेदारी हो रही थी लेकिन अक्षर पटेल ने हेड को 90 रन के स्कोर पर चलता किया और 139 रनों की साझेदारी तोड़ी। इस विकेट के साथ अक्षर ने अपने 50 टेस्ट विकेट भी पूरे किये और गेंदों के हिसाब से वह सबसे तेज उपलब्धि हासिल करने वाले भारतीय बन गए। चाय तक ऑस्ट्रेलिया ने 64 ओवर में 158/2 का स्कोर बना लिया था और 67 रनों की बढ़त बना ली थी। लैबुशेन 56 और स्टीव स्मिथ बिना खाता खोले नाबाद थे। इस सत्र में 28 ओवर में एक विकेट के नुकसान पर 85 रन बने।
तीसरा सेशन
चाय के बाद, ऑस्ट्रेलिया की तरफ से रक्षात्मक बल्लेबाजी ही देखने को मिली और भारतीय गेंदबाज भी कोई भी विकेट नहीं ले पाए। मार्नस लैबुशेन 63 और स्टीव स्मिथ 10 रन बनाकर नाबाद रहे। यहाँ से दोनों टीमों के बीच मुकाबले को ड्रॉ करने की आपसी सहमति हुई।
ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 480 रन बनाये, जवाब में भारत ने 571 रन बनाकर 91 रनों की बढ़त प्राप्त की। ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी पारी में अच्छी बल्लेबाजी की और मुकाबला ड्रॉ हो गया। इस तरह भारत ने 2-1 से सीरीज जीती और लगातार चौथी बार बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी अपने नाम की।