भारत और इंग्लैंड के बीच 23 मार्च से तीन वनडे मैचों की सीरीज खेली जानी है। इससे पहले इस सीरीज के लिए भारतीय टीम का ऐलान किया जा चुका है। पहले कयास लगाए जा रहे थे लगातार क्रिकेट खेल रहे कुछ खिलाड़ियों को आराम दिया जा सकता है, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ और भारत ने इस सीरीज के लिए अपनी मजबूत टीम को चुना है।
इस सीरीज के लिए भारतीय टीम से कुछ खिलाड़ियों को बाहर किया गया है, तो कुछ प्लेयर्स की वापसी देखने को मिली है। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर वनडे सीरीज के लिए नहीं चुने गए ऋषभ पंत को उनके अच्छे प्रदर्शन का ईनाम मिला है और उनकी वापसी मिली है। उन्हें केएल राहुल के साथ बतौर विकेटकीपर चुना है।
इसके अलावा भुवनेश्वर कुमार की भी टीम में वापसी हुई है और जसप्रीत बुमराह एवं मोहम्मद शमी की गैरमौजूदगी में उनके ऊपर अहम जिम्मेदारी रहने वाली है। हालांकि इस टीम में चुने गए कई खिलाड़ी ऐसे हैं जिनके चयन ने जरूर सवाल उठाए हैं। ऐसे कई खिलाड़ी रहे हैं जिन्हें इस सीरीज के लिए टीम में मौका मिलना चाहिए था
इस आर्टिकल में हम ऐसे ही खिलाड़ियों के ऊपर नजर डालेंगे जिन्हें टीम में शामिल नहीं किया जाना चाहिए था और जिन्हें चुना जाना था:
#) नहीं चुना जाना चाहिए था - मोहम्मद सिराज और चुना जाना चाहिए था - नवदीप सैनी
भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही 5 मैचों की टी20 सीरीज में नवदीप सैनी टीम का हिस्सा हैं, लेकिन अभी तक उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला। हालांकि सैनी ने भारत के लिए 7 वनडे मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने अपने प्रदर्शन से काफी प्रभावित किया है और वो पिछले दौरे में भी टीम का हिस्सा थे। इसी वजह से बिना मौका दिए सैनी को टीम से बाहर करने का फैसला सही नहीं माना जा सकता है और निश्चित ही उन्हें टीम में मौका मिलना चाहिए था।
दूसरी तरफ भले ही मोहम्मद सिराज ने ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में काफी बेहतरीन प्रदर्शन किया, लेकिन सीमित ओवरों की क्रिकेट में उनका प्रदर्शन उतना खास नहीं रहा है और वो काफी महंगे साबित हुए हैं। इसी वजह वनडे टीम में मोहम्मद सिराज की जगह नवदीप सैनी को ही चुना जाना चाहिए था।
#) नहीं चुना चाहिए था - शुबमन गिल और चुना जाना चाहिए था - पृथ्वी शॉ
शुबमन गिल और पृथ्वी शॉ दोनों ही काफी प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं। इन दोनों को अगर भारतीय टीम का भविष्य भी कहा जाता है और अभी तक जितना भी यह खेले हैं, उसमें उन्होंने अपनी काबिलियत भी दिखाई है। हालांकि दोनों खिलाड़ियों की मौजूदा फॉर्म देखी जाए, तो पृथ्वी शॉ इस समय गिल से काफी आगे हैं।
पृथ्वी शॉ ने हाल ही में खत्म हुए विजय हजारा ट्रॉफी में खेली गई 8 पारियों में 165.40 की औसत से 4 शतक और एक अर्धशतक की मदद से 827 रन बनाए थे। इस बीच उनका सर्वाधिक स्कोर 227* रन रहा। दूसरी तरफ गिल को इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में संघर्ष करते हुए देखा गया था। इसी वजह से गिल की जगह शॉ को चुनना बेहतर विकल्प साबित हो सकता था।