भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के खिलाफ चल रहे एक केस में बाजी मारी। बीसीसीआई के वकील ने दलील देते हुए कहा कि भारतीय टीम बिना सरकार की मंजूरी के पाकिस्तान के खिलाफ नहीं खेल सकती और इसी वजह से भारतीय महिला टीम ने महिला वनडे चैंपियनशिप के तहत पाकिस्तान के खिलाफ सीरीज में हिस्सा नहीं लिया।
आईसीसी इस बात से संतुष्ट हो गई और इसी वजह से तकनीकी समिति ने फैसला लेते हुए महिला वनडे चैंपियनशिप में दोनों टीमों के बीच अंकों को बांटने का फैसला लिया एवं इसी वजह से भारतीय टीम ने अगले साल न्यूजीलैंड में होने वाले महिला वर्ल्ड कप के लिए क्वालीफाई कर लिया।
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IANS से बातचीत करते हुए बीसीसीआई ऑफिसियल ने बताया कि वकीलों ने भारतीय बोर्ड का पक्ष सही तरिके से रखा और आईसीसी ने पूरे मामले को समझा। गौरतलब है कि जुलाई से नवंबर 2019 के बीच भारत और पाकिस्तान की महिला टीम के बीच वनडे सीरीज का आयोजन होना था, लेकिन काफी प्रयासों के बावजूद इसका आयोजन नहीं हो सका।
इससे पहले पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष एहसान मनी ने कहा कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को बीसीसीआई से हाथ मिलाने की जरूरत नहीं है। मनी ने बताया कि पीसीबी को काफी नुकसान हुआ है लेकिन भारत हमारे प्लानिंग में नहीं है। अगर उन्हें हमारे साथ नहीं खेलना है, तो हमें उनके बिना ही आगे बढ़ना होगा। मनी के अनुसार हालाँकि एक या दो बार भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने वादा किया था कि वह पाकिस्तान के साथ खेलेंगे, लेकिन अंतिम समय पर वह अपनी बातों से मुकर गए।
भारत और पाकिस्तान के बीच आखिरी बार मुकाबला 2019 पुरुष विश्व कप के दौरान हुआ था, वहीं महिला टीमों का सामना आखिरी बार 2018 टी20 वर्ल्ड कप में हुआ था। दोनों मैच में भारतीय टीम ने जीत हासिल की थी।