वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट में एक पारी और 272 रनों से जीत दर्ज करने वाली भारतीय टीम सीरीज में पहले ही आगे है। पृथ्वी शॉ को टीम में पहली बार मौका दिया गया और उन्होंने बेहतरीन तरीके से इसका फायदा भी उठाया।
कप्तान विराट कोहली और रविन्द्र जडेजा ने शतक जमाए और कुलदीप यादव ने 5 विकेट चटकाए। अगला टेस्ट हैदराबाद में होना है और टीम में कुछ नए खिलाड़ियों को मौका देना का यह सही वक्त कहा जा सकता है। दूसरा टेस्ट 12 अक्टूबर से शुरू होगा।
3. चेतेश्वर पुजारा की जगह हनुमा विहारी
चेतेश्वर पुजारा ने राजकोट टेस्ट में 86 रनों की शानदार पारी खेली थी। इससे पहले इंग्लैंड दौरे पर भी उनका प्रदर्शन औसत रहा था। अजिंक्य रहाणे का बल्ला नहीं चल रहा है इसलिए पुजारा को आराम देकर हनुमा विहारी को टीम में लाया जा सकता है। इंग्लैंड में डेब्यू कर चुके विहारी ने अर्धशतक भी जमाया था। ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले उनके मनोबल में वृद्धि के लिए दूसरे टेस्ट में मौका मिलना चाहिए।
2. मोहम्मद शमी की जगह मोहम्मद सिराज
मोहम्मद सिराज ने दक्षिण अफ्रीका ए और ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ घातक गेंदबाजी का प्रदर्शन किया था तथा यही कारण है कि उन्हें भारतीय टीम में चुना गया। मोहम्मद शमी इंग्लैंड दौरे के पाँचों टेस्ट में खेलने के बाद पहला टेस्ट भी खेल चुके हैं। लगातार 6 टेस्ट के बाद उन्हें आराम देकर इस युवा तेज गेंदबाज को डेब्यू करने का मौका दिया जाना चाहिए।
सिराज की रफ़्तार भी काफी तेज है और मेहमान टीम के सामने उन्हें गेंदबाजी कर अंतरराष्ट्रीय स्तर का दबाव के बारे में जानने का अवसर भी मिलेगा। शमी पहले ही फिट है और शानदार गेंदबाजी कर रहे हैं, ऐसे में एक मैच के लिए उन्हें आराम देते हुए सिराज को परखा जा सकता है। हनुमा विहारी और पृथ्वी शॉ ने अब तक डेब्यू टेस्ट में प्रभावित किया है। अब मोहम्मद सिराज और मयंक अग्रवाल का टेस्ट होना बाकी है।
1. विराट कोहली की जगह मयंक अग्रवाल
विराट कोहली इंग्लैंड दौरे के समय से ही शानदार फॉर्म में चल रहे हैं। वहां से आने के बाद एशिया कप में उन्हें आराम दिया गया था। राजकोट टेस्ट में भी उन्होंने शतक जमाया था। मयंक अग्रवाल को इंग्लैंड दौरे पर नहीं चुना गया था इसलिए उनके डेब्यू करने का इससे बेहतर अवसर नहीं हो सकता।
वेस्टइंडीज की टीम उतनी मजबूत नहीं दिख रही है तथा अग्रवाल ने घरेलू क्रिकेट में काफी रन बनाए हैं इसलिए कोहली को आराम दिया जा सकता है।