भविष्य में वक्त के पन्नों पर जब भी कभी भारतीय क्रिकेट का इतिहास लिखा जाएगा तो 21वीं सदी का दूसरा दशक (2010-2019) उसमें एक महत्वपूर्ण पड़ाव होगा l सदी के पहले दशक में गांगुली की कप्तानी के तराशे हुए खिलाड़ियों ने धोनी के नेतृत्व में दूसरे दशक के प्रारंभिक वर्ष में भारतीय क्रिकेट एवं दर्शकों के एक अभूतपूर्व सौगात दी थी l दशक 2010 में भारतीय क्रिकेट की कई उपलब्धियां तो भारतीय दर्शकों के जेहन में सदियों तक समाए रहेंगे l तो आईये हम और आप मिलकर भारतीय क्रिकेट के बीते दशक के यादगार लम्हों के बेहतरीन पलों को फिर से जीते हैं l
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# अंतर्राष्ट्रीय एकदिवसीय क्रिकेट का पहला दोहरा शतक - 2010
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में यह सवाल अक्सर उठता था कि आखिर एक दिवसीय मैच का पहला दोहरा शतक किस बल्लेबाज के नाम होगा l आखिरकार विश्व क्रिकेट के महानतम बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने साल 2010 की 24 फरवरी को दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध यह कारनामा किया था l
# 28 साल बाद भारतीय टीम पुनः विश्व विजेता- 2011
2 अप्रैल 2011 की तारीख न सिर्फ क्रिकेट बल्कि भारतीय इतिहास के पन्नों पर अंकित हो गई, जब भारतीय क्रिकेट टीम ने 28 साल बाद दोबारा विश्व क्रिकेट में विजेता होने का गौरव प्राप्त किया l विश्व जीतने के उस क्षण को हम सभी ने अपने ह्रदय के किसी कोने में सहेज कर रख लिया है l तो निःसंदेह 2 अप्रैल 2011 की रात भारतीय क्रिकेट की सबसे जगमगाती हुई रोशन रातों में सदियों तक शुमार रहेगी l
# विजेता चैम्पियंस ट्रॉफी - 2013
2013 भारतीय टीम ने इंग्लैंड को हराकर चैंपियंस ट्रॉफी हासिल किया और धोनी ने बतौर कप्तान आईसीसी द्वारा आयोजित किए जाने वाले सभी टूर्नामेंट को जीत कर एक इतिहास रचा था l
# सचिन तेंदुलकर का संन्यास- 2013
भारतीय क्रिकेट में यह लम्हा समय को रोक देने वाला था l यह खेल के उन अभूतपूर्व भावुक क्षणो में था जब दर्शकों की तीन पीढ़ियों की आखें एक साथ नम हो गई थी l 16 नवम्बर 2013 सचिन का अंतिम टेस्ट पारी के बाद दिया गया भाषण खेल जगत में दिए गए सर्वश्रेष्ठ भाषणों में एक है l
# एकदिवसीय क्रिकेट में व्यक्तिगत सर्वाधिक स्कोर - 2014
साल 2014 में भारतीय टीम के नए ध्रुव तारे रोहित शर्मा ने एक दिवसीय क्रिकेट का सर्वाधिक स्कोर बनाते हुए श्रीलंका के विरुद्ध 173 गेंदों पर 33 चौके और 9 छक्कों की मदद से 264 रन बनाए थे l
# आगाज किंग कोहली की कप्तानी का - 2014
दिसम्बर 2014 के ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर भारतीय टीम के नए रन मशीन विराट कोहली को धोनी के संन्यास के कारण अचानक ही टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम कमान संभालनी पड़ी थी l विराट कोहली द्वारा भारतीय टेस्ट टीम की कमान संभालना भी दशक 2010-19 की महत्वपूर्ण पड़ावों में से एक है l
# विश्व कप 2015 (सेमीफाइनल)
2015 विश्वकप का दौर भारतीय क्रिकेट में बदलावों का दौर था l इस विश्वकप में अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद भारतीय टीम को सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने हराया था और लगातार दूसरी बार भारत के विश्व कप जीतने का सपना टूट गया था l
# सर्वाधिक उच्च टेस्ट स्कोर - 2016
साल 2016 में भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच में अपना 759/7 रन का सर्वाधिक स्कोर बनाया था l इसी टेस्ट मैच में भारतीय टीम के मध्यक्रम के बल्लेबाज करुण नायर ने 303 रन बनाए थे और वीरेंदर सहवाग के बाद तिहरा शतक लगाने वाले सिर्फ दूसरे भारतीय बल्लेबाज बने थे|
# साझेदारी धोनी-युवराज की - 2017
एक लम्बे अरसे बाद 2017 में युवराज सिंह (150 रन) और महेंद्र सिंह धोनी (134 रन) ने क्रिकेट के मैदान पर अपना जलवा बिखेरते हुए कटक के मैदान में इंग्लैंड के खिलाफ 256 रन की साझेदारी की थी l भारतीय टीम ने इस मैच में कुल 381 रन बनाए थे l
# निदहास ट्रॉफी का रोमांचक फाइनल - 2018
श्रीलंका में आयोजित निदाहस ट्रॉफी के फाइनल मैच को सन 2018 के कभी न भूलने वाले मैच में रखा जा सकता है l इस फाइनल मैच में भारत को जीतने के लिए अंतिम ओवर में 22 रनों की आवश्यकता थी, जिसे भारतीय टीम के विकेटकीपर दिनेश कार्तिक ने चमत्कारिक ढंग से पूरा किया था l
# रोहित शर्मा का जबरदस्त फॉर्म 2019 विश्व कप
2019 विश्व कप में भी भारतीय टीम का सफ़र सेमीफाइनल तक रहा था | इस विश्व कप प्रतियोगिता को वैश्विक दर्शक न्यूजीलैंड बनाम इंग्लैंड के रोमांचक फाइनल के लिए याद रखेंगे, तो दूसरी तरफ भारतीय दर्शक इस विश्व कप को रोहित शर्मा के शानदार प्रदर्शन के लिए याद रखेंगे l रोहित शर्मा ने इस विश्व कप में कुल मिलाकर 5 शतक जड़े थे | इन 5 शतकों की मदद से रोहित शर्मा ने कुल 648 रन बनाए थे l
# भारत का पहला पिंक बॉल टेस्ट- 2019
22 नवम्बर 2019 को इडेन गार्डन में खेला गया भारत बनाम बांग्लादेश डे-नाईट टेस्ट मैच भारतीय टेस्ट क्रिकेट इतिहास का एक ऐतिहासिक मोड़ रहा और पहली बार भारत में गुलाबी गेंद का इस्तेमाल हुआ था | भारतीय क्रिकेट का यह प्रयोग आगे आने वाले दशक में भारतीय क्रिकेट में होने वाले नव प्रयोगों की नींव रख गया l