#2 मिडिल ऑर्डर, मनोज तिवारी
मनोज तिवारी एक ऐसे बल्लेबाज हैं जिन्हें वेस्टइंडीज के खिलाफ शतक मारने के बावजूद, उसके बाद से भारतीय टीम का हिस्सा नहीं बनाया गया है। जिसके 14 मुकाबले बाद उन्हें एक बार फिर भारतीय टीम में शामिल किया गया, और इस बार मनोज तिवारी ने 21 रन बनाए एवं चार विकेट भी लिए। इतने अच्छे प्रदर्शन के बावजूद इसके बाद वे भारतीय टीम की ओर से मात्र 2 वनडे मुकाबले खेल सके और अभी तक टीम से बाहर चल रहे हैं।
करुण नायर
करुण नायर टेस्ट क्रिकेट में भारत की ओर से एक ही मुकाबले 300 से अधिक रन बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज बने। किंतु इसके बावजूद उन्हें एक नियमित खिलाड़ी के रूप में भारतीय टीम में शामिल नहीं किया गया है। भारत के इंग्लैंड दौरे में करुण नायर को चुना तो गया, किंतु खेलने का मौका ही नहीं दिया गया। जो उनकी प्रतिभा के साथ एक बड़ा खिलवाड़ है।
मनीष पांडे
मनीष पांडे को दर्शको द्वारा काफी कम आंका गया, दर्शकों का कहना था कि उन्हें काफी मौके दिए गए। किंतु वास्तविकता यह है कि अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए उन्हें सिर्फ 18 मौके दिए गए। साथ ही लगातार वनडे मुकाबलों में भी उन्हें नहीं खिलाया गया। मनीष पांडे एक ऐसे खिलाड़ी हैं जिनका रन बनाने का औसत टी-20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में काफी अच्छा है। किंतु इसके बावजूद उन्हें भारतीय टी-20में भी शामिल नहीं किया गया है।
दिनेश कार्तिक ( विकेटकीपर)
दिनेश कार्तिक को वर्तमान समय में सबसे दुर्भाग्यशाली क्रिकेटर माना जा सकता है। दिनेश कार्तिक को लेकर एक बड़ी बात समझ में नहीं आई कि उनके अच्छे फॉर्म में होते हुए उन्हें ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए टीम में हिस्सा नहीं दिया गया। दिनेश कार्तिक के वर्ल्ड कप 2018 में टीम का हिस्सा होने की बात भी तय नहीं है। ऋषभ पंत के स्थान पर उन्हें टीम का हिस्सा बनाया जाना चाहिए। पिछले कुछ समय में ऋषभ पंत के प्रदर्शन से एक बात तो साफ हो चुकी है, कि ऋषभ पंत की तुलना में दिनेश कार्तिक एक अच्छे विकेटकीपर साबित हो सकते हैं।