जिस बात का सभी आईपीएल प्रेमियों को इंतजार था वो थी आईपीएल-2018 के लिए रिटेंशन और ऑक्शन के नियमों को लेकर, अब उसकी घोषणा हो चुकी है। अनगिनत चर्चाओं और कितने खिलाड़ियों को बरकरार रखने की अनुमति दी जाये, अंततः आईपीएल की गवर्निंग काउंसिल ने इसका ऐलान कर दिया। सभी खिलाड़ियों की नीलामी को लेकर काफी खबरें उड़ रही थी लेकिन आईपीएल की गवर्निंग काउंसिल ने फैसला किया कि आईपीएल 2018 में सभी टीमें 5 खिलाड़ियों को अपने साथ बरकरार रख सकती है। मुंबई इंडियन्स, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, चेन्नई सुपरकिंग्स और सनराईजर्स हैदराबाद की टीमें जहाँ इस फैसले से काफी खुश होंगी वहीं किंग्स XI पंजाब और दिल्ली डेयर डेविल्स की टीमें चाहती थी कि ज्यादा से ज्यादा बड़े खिलाड़ी नीलामी में शामिल हों। खिलाड़ियों को दो तरीके से बरकरार रखा जा सकता है, एक तो नीलामी से पहले ही या फिर नीलामी में राईट-टू-मैच (आरटीएम) के तहत लेकिन दोनों में से किसी में भी 3 से ज्यादा खिलाड़ी लेने का विकल्प नहीं है। अगर आप आईपीएल में काफी ज्यादा रूचि रखते हैं तो आपको समझ आ गया होगा कि तमिलनाडु और सीएसके प्रशंसक धोनी, रैना, ब्रावो, जडेजा और मैकुलम को फिर से अपनी टीम के लिए खेलते देखना चाहते हैं। वहीं राजस्थान रॉयल्स के प्रशंसक केवल स्मिथ, रहाणे और फौकनर को लेकर ही उत्साहित हैं। टीमें ज्यादा से ज्यादा 3 भारतीय अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी, 2 विदेशी खिलाड़ी और 2 भारतीय घरेलू खिलाड़ियों को ही बरकरार कर सकती है। इसी वजह से यह अटकलें काफी तेज हो रही है कि चेन्नई सुपरकिंग्स धोनी, रैना, अश्विन और जडेजा में से किन 3 खिलाड़ियों को अपने साथ बरकरार रखना चाहेगी। बरकरार रहने वाले खिलाड़ियों को मिलने वाले पैसे का हिसाब भी काफी रोचक तरीके से रखा गया है। अगर फ्रेंचाइजी 3 खिलाड़ियों को बरकरार रखती है तो उसे 33 करोड़ रूपये (पहले खिलाड़ी को 15, दूसरे को 11 और तीसरे को 7 करोड़) देने पड़ेंगे। वहीं अगर 2 खिलाड़ी को बरकरार करना है तो उनको 21 करोड़ रूपये (पहले को 12.5 और दूसरे को 8.5 करोड़) देने होंगे। अगर टीम 1 ही खिलाड़ी को बरक़रार करती है तो उसे 12.5 करोड़ रूपये देने होंगे। इस नियम को ध्यान में रखने हुए सभी फ्रेंचाइजी किन-किन खिलाड़ियों को बरकरार रख सकती है, उसे के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं: मुंबई इंडियंस रिटेन: रोहित शर्मा, हार्दिक पांड्या, जसप्रीत बुमराह राईट-टू-मैच: क्रुणाल पांड्या और जोस बटलर गत विजेता और पिछले 5 आईपीएल में 3 बार की चैंपियन मुंबई इंडियंस की टीम को अपने सितारों से भरी टीम में से 5 खिलाड़ियों को चुनना सबसे मुश्किल काम होगा। मुम्बई की टीम ही एकमात्र ऐसी टीम है जिसके 3 खिलाड़ियों को 33 करोड़ देकर बरकरार रखना घाटे का सौदा नहीं रहेगा। कप्तान और बल्लेबाज़ रोहित शर्मा, हार्दिक पांड्या, जो वर्तमान समय में भारत के सबसे बेहतरीन ऑलराउंडर हैं और डेथ-ओवरों के विशेषज्ञ जसप्रीत बुमराह को कोई भी टीम अपने साथ बरकरार रख सकती थी। ऐसी बातें भी चल रही थी कि हार्दिक पांड्या नीलामी में हिस्सा लेना चाहते हैं लेकिन बाद में पांड्या ने खुद मुंबई इंडियंस से अलग होने से इंकार कर दिया था। RTM की बात की जाये तो उसके लिए मुंबई की टीम में काइरोन पोलार्ड, लसिथ मलिंगा, हरभजन सिंह, अम्बाती रायडू, पार्थिव पटेल और जोस बटलर जैसे बड़े नाम मौजूद हैं। लेकिन पोलार्ड, हरभजन, मलिंगा, पार्थिव और रायडू सभी की उम्र 30 साल से ज्यादा हो गयी है, ऐसे में मुंबई की फ्रेंचाइजी युवा और आक्रामक बल्लेबाज जोस बटलर को ही अपने साथ रखना चाहेंगे। बड़े पांड्या यानि क्रुनाल, जो पिछले आईपीएल फाइनल में मैन ऑफ़ द मैच थे और उन्होंने पूरे सत्र टीम के लिए बल्ले और गेंद से शानदार प्रदर्शन किया था। उन्हें भी टीम आरटीएम के तरह अनकैप खिलाड़ी के रूप में अपने साथ बरक़रार रखना चाहेगी। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर रिटेन: विराट कोहली, एबी डीविलियर्स आरटीएम: क्रिस गेल, केएल राहुल, युजवेंद्र चहल आरसीबी की टीम भी 5 खिलाड़ियों को रिटेन करने के नियम से खुश होगी। यह तो साफ है कि टीम भारतीय कप्तान विराट कोहली और मिस्टर 360 को अपने साथ बरकरार रखेगी ही लेकिन देखने वाली बात होगी कि क्या आरसीबी युजवेंद्र चहल को बरकरार रखती है या नहीं क्योंकि अगर टीम उन्हें रिटेन करती है तो उसके 12 करोड़ लग जायेंगे। युवा केएल राहुल चोट की वजह से पिछले आईपीएल में एक भी मैच नहीं खेल पाये थे लेकिन उन्होंने आरसीबी और भारतीय टीम के लिए शानदार प्रदर्शन किया है ऐसे में टीम को उन्हें बरकरार रखना चाहिए। दो भारतीय अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी जिन्होंने आरसीबी के लिए अच्छा प्रदर्शन किया है वो हैं केदार जाधव और पवन नेगी। लेकिन भारतीय अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को बरकरार रखने की सीमा तय है, ऐसे में टीम राहुल और चहल को ही बरकरार रखेगी। आरसीबी के पास इसके अलावा क्रिस गेल और शेन वॉटसन का भी विकल्प मौजूद है। गेल, आईपीएल के सबसे बड़े खिलाड़ियों में से रहे हैं और हो सकता है कि बढती उम्र के बावजूद आरसीबी की फ्रेंचाइजी उनमें भरोसा दिखाकर उन्हें बरकरार रख ले। दिल्ली डेयरडेविल्स ा रिटेन: कोई नहीं आरटीएम: श्रेयस अय्यर, ऋषभ पंत दिल्ली की फ्रेंचाइजी उन टीमों में से थी जो सभी खिलाड़ियों को नीलामी में उतारना चाहती थी। आईपीएल के पहले दशक में निराशाजनक प्रदर्शन करने के बाद, इस बार यह टीम कुछ अलग करना चाहेगी। वर्तमान में इस टीम के पास कोई भी ऐसा खिलाड़ी नहीं है जिसे 12 करोड़ रूपये देकर बरकरार किया जा सके। इसलिय यह टीम नीलामी में पूरे पैसे के साथ जाना चाहेगी। दिल्ली की टीम में 2 भारतीय युवा सितारे- श्रेयस अय्यर और ऋषभ पंत हैं लेकिन दोनों ने अंतरराष्ट्रीय मैच खेल लिए हैं। इसी वजह से वो अब 3 करोड़ रूपये में बरकरार होने के पात्र नहीं हैं। लेकिन दोनों ही बल्लेबाजों में काफी क्षमता है इसलिए फ्रेंचाइजी उन्हें आरटीएम के तहत अपने साथ जोड़ना चाहेगी। इन दोनों के अलावा दिल्ली की टीम में दक्षिण अफ्रीका के 2 शानदार खिलाड़ी भी हैं। विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक और ऑलराउंडर क्रिस मॉरीस जिन्हें टीम रिटेन कर सकती है। डी कॉक विकेटकीपर होने के साथ ही शानदार बल्लेबाज भी हैं वहीं मॉरीस ने पिछले आईपीएल में गेंद और बल्ले दोनों से टीम के लिए काफी अहम योगदान दिए हैं। इसके बावजूद काफी कम उम्मीद है कि दिल्ली की फ्रेंचाइजी इन दोनों खिलाड़ियों को बरकरार रखे। सनराईजर्स हैदराबाद रिटेन: डेविड वॉर्नर, भुवनेश्वर कुमार आरटीएम: शिखर धवन, युवराज सिंह, राशिद खान आईपीएल 2016 की विजेता सनराईजर्स हैदराबाद के पास एक संतुलित टीम है और वह अपने प्रमुख खिलाड़ियों को बरकरार रखना चाहेगी। टीम के सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर और शिखर धवन की जोड़ी आईपीएल इतिहास के सबसे सफल जोड़ियों में एक है और टीम उन्हें अपने साथ ही बरकरार रखना चाहेगी। वॉर्नर ने पिछले 3 सत्रों में 2 बार ऑरेंज कैप जीता है जबकि 1 बार वह कोहली के बाद दूसरे स्थान पर थे। टीम के प्रमुख गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने पिछले दोनों आईपीएल में पर्पल कैप जीता है और अंतिम ओवरों में उन्हें खेलना लगभग नामुमकिन हो जाता है। इसी वजह से टीम उन्हें अपने साथ बरकरार रखेगी ही। देखने वाली बात यह होगी कि फ्रेंचाइजी धवन को नीलामी से पहले रिटेन करती है या फिर नीलामी के दौरान आरटीएम का इस्तेमाल करके अपने साथ बरकरार रखती है। अगर उन्होंने नीलामी से पहले बरकरार किया जाता है तो टीम के 12 करोड़ रूपये लग जायेंगे। ऐसे में हो सकता है टीम उन्हें नीलामी में उतारे और उससे कम पैसे में ही आरटीएम के तहत अपने साथ जोड़ ले। आरटीएम के इस्तेमाल के लिए युवराज सिंह भी हैदराबाद टीम के लिए एक विकल्प हैं लेकिन अगर उनकी बोली ऊँची गयी तो हो सकता है टीम उन्हें छोड़ दे। इसके अलावा पिछले सत्र शानदार गेंदबाजी करने वाले युवा राशिद खान भी हैं जिनपर फ्रेंचाइजी आरटीएम का इस्तेमाल करना चाहेगी। कोलकाता नाइटराइडर्स रिटेन: गौतम गंभीर, सुनील नारेन आरटीएम: मनीष पाण्डेय, क्रिस लिन, रोबिन उथप्पा यह अफवाहें उड़ रही हैं कि कोलकाता नाइटराइडर्स की टीम सिर्फ एक ही खिलाड़ी को नीलामी से पहले बरकरार रखना चाहती है और वह हैं टीम के कप्तान गौतम गंभीर। टीम के पास वेस्टइंडीज के स्पिन गेंदबाज सुनील नारेन भी हैं जिन्होंने पिछले कुछ समय से बल्लेबाजी में भी हाथ दिखाए हैं। पिछले आईपीएल में नारेन ने आईपीएल का सबसे तेज अर्धशतक जमाया था। वह शुरुआत से ही केकेआर टीम का ही हिस्सा रहे हैं, इसलिए फ्रेंचाइजी उन्हें भी अपने साथ बरकरार रखने पर विचार कर सकती है। विस्फोटक सलामी बल्लेबाज क्रिस लिन, मध्यक्रम के निरंतर बल्लेबाजी मनीष पाण्डेय और विकेटकीपर बल्लेबाज रोबिन उथप्पा को अपने साथ बरकरार रखने के लिए केकेआर की फ्रेंचाइजी आरटीएम कार्ड का इस्तेमाल कर सकती है। इन सब के अलावा भी टीम के कुलदीप यादव, क्रिस वोक्स, युसूफ पठान, नाथन कुल्टर नाईल और ट्रेंट बोल्ट के रूप में जबरदस्त खिलाड़ी मौजूद हैं जिनके लिए आरटीएम कार्ड का उपयोग किया जा सकता है। चेन्नई सुपरकिंग्स रिटेन: महेंद्र सिंह धोनी, रविन्द्र जडेजा, ड्वेन ब्रावो आरटीएम: सुरेश रैना, ब्रैंडन मैकुलम आईपीएल इतिहास की सबसे बेहतरीन टीमों में से एक चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम 2 साल के निलम्बन के बाद आईपीएल में वापसी कर रही है। सीएसके की टीम को अपने 2015 आईपीएल सत्र में से 5 खिलाड़ियों को रिटेन करने का विकल्प मिला है, जिसका इस्तेमाल करके चेन्नई की फ्रेंचाइजी अपने प्रमुख खिलाड़ियों को पीली जर्सी में ही बरकरार रखना चाहेगी। ‘कैप्टन कूल’ एम एस धोनी, ‘सर’ जडेजा और ‘चैंपियन’ डीजे ब्रावो को नीलामी से पहले रिटेन करके टीम अपना कोर सुरक्षित करना चाहेगी। इससे टीम के पास दुनिया के सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर और 2 ऑलराउंडर जुड़ जायेंगे। आईपीएल के सबसे निरंतर बल्लेबाज सुरेश रैना को को जडेजा या ब्रावो से पहले रिटेन किया जा सकता है लेकिन उनका हालिया फॉर्म खराब चल रहा है, ऐसे में फ्रेंचाइजी उन्हें नीलामी में उतार कम पैसों में आरटीएम कार्ड का इस्तेमाल कर अपने साथ रख सकती है। रविचंद्रन अश्विन टीम के अंतिम विकल्प हो सकते थे लेकिन टीमों के पास तीन ही भारतीय अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को बरकरार रखने का विकल्प है इसलिए ब्रैंडन मैकुलम को चेन्नई की फ्रेंचाइजी अंतिम खिलाड़ी के रूप में सुरक्षित रख सकती है। राजस्थान रॉयल्स रिटेन: स्टीव स्मिथ, अजिंक्य रहाणे आरटीएम: जेम्स फॉक्नर कप्तान स्टीव स्मिथ ने अपनी बल्लेबाजी और कप्तानी की बदौलत पुणे को आईपीएल विजेता बनने के करीब पहुंचा दिया था। अजिंक्य रहाणे का पिछला आईपीएल ज्यादा अच्छा नहीं गया था फिर भी आईपीएल में निरंतर जबरदस्त बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हैं। इसलिए इन दोनों को जयपुर की फ्रेंचाइजी अपने साथ सुरक्षित रखना चाहेगी। जेम्स फॉक्नर ने ऑलराउंडर के तौर पर आईपीएल में काफी बेहतरीन प्रदर्शन किया है इसी वजह से राजस्थान रॉयल्स की टीम उन्हें आरटीएम कार्ड का इस्तेमाल कर अपने साथ फिर से जोड़ना चाहेगी। इसके अलावा उनके पास कोई और विकल्प नहीं है इसलिए फ्रेंचाइजी नीलामी में ज्यादा पैसों के साथ जाकर बेन स्टोक्स जैसे बड़े खिलाड़ियों पर ज्यादा बोली लगा सकती है। किंग्स XI पंजाब रिटेन: कोई नहीं आरटीएम: ग्लेन मैक्सवेल, अक्षर पटेल, संदीप शर्मा दिल्ली डेयरडेविल्स की तरह ही किंग्स XI पंजाब की टीम भी आईपीएल के पहले 10 सालों में कुछ खास नहीं कर पाई और अब फिर से नई शुरुआत की तरफ देख रही है। इस बात की काफी उम्मीद है कि टीम किसी भी खिलाड़ी को नीलामी से पहले रिटेन ना करे। टीम में ग्लेन मैक्सवेल जैसा खिलाड़ी है जो पिछले कुछ समय से टीम का अहम हिस्सा है और बल्लेबाजी में शानदार प्रदर्शन कर रहा है। उनके अलावा अक्षर पटेल ने भी अपने ऑलराउंड खेल से इस टीम को कई मौकों पर मुश्किलों से उभरा है। अगर टीम मैक्सवेल और अक्षर को नीलामी से पहले सुरक्षित करती है तो उसे 21 करोड़ रूपये देने पड़ेंगे, जो काफी ज्यादा हैं। इसी वजह से पंजाब की टीम उनको नीलमी में उतार कर कम पैसों में आरटीएम कार्ड का इस्तेमाल कर अपने साथ बरक़रार रखना चाहेगी। संदीप शर्मा ने अपनी जबरदस्त स्विंग गेंदबाजी से लगभग सभी सलामी बल्लेबाजों को परेशान किया है, ऐसे में टीम उन्हें भी आरटीएम कार्ड का इस्तेमाल कर अपने साथ ही रखना चाहेगी। पंजाब की टीम में कुछ और विस्फोटक बल्ल्लेबाज हैं जिसमें दक्षिण अफ्रीका के डेविड मिलर सबसे प्रमुख हैं। मिलर का बल्ला जिस दिन चलता है उस दिन गेंदबाजों के लिए शामत आ जाती है। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का कोई भी खिलाड़ी या प्रशंसक आज तक मिलर का नाम नहीं भुला होगा। मिलर ने अपने शतकीय पारी की बदौल किंग्स XI पंजाब की की टीम ने बड़े लक्ष्य को आसानी से हासिल कर लिया था। मिलर ने हाल ही में बांग्लादेश के खिलाफ टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों का सबसे तेज शतक जमाया है लेकिन इसके अलावा उन्होंने कोई और बड़ी पारी नहीं खेली है। हो सकता है पंजाब को टीम उन्हें आरटीएम कार्ड का इस्तेमाल कर अपने साथ बरक़रार रखे। मिलर के अलावा पंजाब के के पास मनन वोहरा के रूप में भी एक विकल्प है। वोहरा एक समय वीरेंदर सहवाग के साथ सलामी बल्लेबाजी करने आते थे और उन्हें पंजाब की फ्रेंचाइजी ने पिछले नीलामी से पहले अनकैप खिलाड़ी के रूप में अपने साथ बरकरार भी रखा था लेकिन इस साल ऐसा होना मुश्किल ही लगता है। लेखक- विष्णु राजेश अनुवादक- ऋषिकेश सिंह