इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का 14वें सीजन से पहले सभी टीमों ने अपने द्वारा रिलीज और रिटेन किए गए खिलाड़ियों की लिस्ट को जारी कर दिया है। अगले महीने होने वाले IPL के ऑक्शन से पहले सभी टीमों ने कुछ अहम फैसले लिए। अब हर किसी की नजर नीलामी पर होगी, जहां वो अपनी टीम को मजबूत करना चाहेंगे।
उम्मीद के मुताबिक IPL 2021 के लिए कई खिलाड़ियों को रिलीज कर दिया गया। इसमें ग्लेन मैक्सेवल, आरोन फिंच, केदार जाधव जैसे खिलाड़ी मौजूद हैं। पिछले सीजन जिन टीमों का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा, उन्होंने ही सबसे ज्यादा बदलाव अपनी टीमों में किए हैं।
हालांकि IPL रिटेंशन का ऐलान होने के बाद काफी चौंकाने वाले फैसले भी देखने को मिले हैं। इसमें कुछ ऐसे भी खिलाड़ी भी रहे जिन्हें रिलीज करना उनकी टीम को भारी पड़ सकता है, तो ऐसे कई प्लेयर्स भी रहे जिन्हें उनकी टीमों द्वारा रिलीज कर दिया जाना चाहिए था।
इस लिस्ट में हम ऐसे ही खिलाड़ियों के ऊपर नजर डालने वाले हैं:
#) स्टीव स्मिथ को IPL 2021 के लिए राजस्थान रॉयल्स को रिलीज नहीं करना चाहिए था
राजस्थान रॉयल्स ने अपने पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ को IPL 2021 से पहले रिलीज करते हुए सभी को चौंका दिया था। यह फैसला इसलिए भी चौंकाने वाला है, क्योंकि उन्होंने अनुभवी सलामी बल्लेबाज रॉबिन उथप्पा को भी चेन्नई सुपर किंग्स को ट्रेड में दे दिया। स्टीव स्मिथ ने पिछले सीजन में 14 मुकाबलों में 131.22 के स्ट्राइक रेट से 311 रन बनाए थे।
इसके अलावा स्टीव स्मिथ का अनुभव भी टीम के लिए फायदेमंद साबित हो सकता था। इस सीजन संजू सैमसन राजस्थान रॉयल्स की कप्तानी करने वाले हैं और अगर स्टीव स्मिथ जैसा खिलाड़ी टीम में रहता तो उन्हें काफी मदद मिल सकती थी। निश्चित ही स्टीव स्मिथ को रिलीज करना राजस्थान रॉयल्स को काफी भारी पड़ सकता है।
#) कुलदीप यादव को IPL 2021 के लिए कोलकाता नाइटराइडर्स को रिलीज कर देना चाहिए था
कोलकाता नाइट राइडर्स ने IPL 2021 के लिए अपनी बेंच स्ट्रैंथ को कायम रखते हुए ज्यादातर मुख्य खिलाड़ियों को रिटेन ही किया है। इसके अलावा उन्होंने बहुत कम ही खिलाड़ियों को रिलीज किया है। पहले यह कयास लगाए जा रहे थे कि कोलकाता नाइट राइडर्स IPL 2021 के लिए कुलदीप यादव को रिलीज कर सकती है।
हालांकि कोलकाता नाइट राइडर्स ने ऐसा बिल्कुल भी नहीं किया और यह काफी हैरान करने वाला फैसला था। पिछले दो सीजन में कुलदीप का प्रदर्शन काफी साधारण रहा है और यहां तक उन्हें लगातार प्लेइंग XI में मौके भी नहीं मिल रहे हैं। कुलदीप यादव को पिछले सीजन में भी सिर्फ 5 ही मैचों में खेलने का मौका मिला, जिसमें उन्होंने एक विकेट ही लिया।
इसी वजह से कुलदीप यादव को रिलीज करना कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए बेहतर फैसला हो सकता था, क्योंकि उनके पास वैसे ही सुनील नारेन और वरुण चक्रवर्ती जैसे दो स्पिनर्स मौजूद है। इसी वजह से कुलदीप को रिलीज किया जा सकता था।
#) क्रिस मॉरिस को IPL 2021 के लिए रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को रिलीज नहीं करना चाहिए था
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने IPL 2020 में अपनी गेंदबाजी को मजबूत करने के लिए क्रिस मॉरिस को भारी भरकम रकम में खरीदा था और वो शुरुआती मुकाबले नहीं खेल पाए थे। हालांकि जैसे ही वो टीम का हिस्सा बने, उन्होंने दिखाया कि वो रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने उनके ऊपर इतना ज्यादा आत्मविश्वास दिखाया था।
क्रिस मॉरिस ने IPL 2020 में खेले 9 मुकाबलों में 19.09 की औसत और 6.63 की इकॉनमी रेट से 11 विकेट चटकाए थे। इसके अलावा उन्होंने पावरप्ले और डेथ ओवर्स में शानदार गेंदबाजी करते हुए टीम को प्लेऑफ में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने IPL 2021 के लिए डेल स्टेन, इसुरु उदाना और क्रिस मॉरिस ने तीन मुख्य तेज गेंदबाजों को रिलीज कर दिया, जोकि काफी ज्यादा चौंकाने वाला फैसला था। क्रिस मॉरिस आऱसीबी के पास रहते, तो टीम की गेंदबाजी एक बार फिर काफी मजबूत नजर आती। मॉरिस अंतिम में आकर बल्ले के साथ भी अपना योगदान दे सकते हैं।
#) पृथ्वी शॉ को IPL 2021 के लिए दिल्ली कैपिटल्स को रिलीज कर देना चाहिए था
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2020) का फाइनल खेलने वाली दिल्ली कैपिटल्स (Delhi Capitals) ने भी इस सीजन काफी कम खिलाड़ियों को अपनी टीम से रिलीज किया। इस बीच दिल्ली कैपिटल्स ने अपने दो खिलाड़ी (हर्षल पटेल और डैनियल सैम्स) को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ट्रेड के जरिए दे दिया।
इस बीच दिल्ली कैपिटल्स का एक खिलाड़ी ऐसा भी रहा था, जिसका प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा था और उन्हें अपनी टीम से रिलीज कर देना चाहिए था। पृथ्वी शॉ की IPL 2020 और हालिया फॉर्म पर नजर डाला जाए तो निश्चित ही उन्हें रिलीज कर दिया जाना चाहिए था। दिल्ली कैपिटल्स की टीम में वैसे भी ऊपरी क्रम में काफी अनुभवी खिलाड़ी मौजूद हैं और इसी वजह से उनको रिलीज करना अच्छा फैसला साबित हो सकता था।
वैसे भी दिल्ली कैपिटल्स ने क्वालिफायर 2 और फाइनल मुकाबले में भी पृथ्वी शॉ को प्लेइंग XI में मौका नहीं दिया, जोकि दिखाता है कि उनकी फॉर्म काफी खराब थी। इसी वजह से दिल्ली शॉ को रिलीज करके अपने पर्स में इजाफा कर सकते थे।