पूर्व भारतीय (Indian) विकेटकीपर दीप दासगुप्ता (Deep Dasgupta) ने कहा है कि ऑस्ट्रेलियाई नहीं चाहते कि मेहमान भारतीय टीम अपनी सीनियर टीम की खामियों पर ध्यान दे इसलिए अगले टेस्ट तक बाहरी विवादों को देखा जा सकता है। दीप दासगुप्ता ने यह भी कहा कि हालांकि ऑफ़ फील्ड मामलों से मुकाबले में भारतीय टीम को ही मदद मिलने वाली है।
स्पोर्ट्स टुडे से बातचीत करते हुए दीप दासगुप्ता ने कहा कि रोहित शर्मा और ऋषभ पन्त सहित बायो बबल को तोड़ने के कई खिलाड़ियों पर आरोप लगे हैं। इसके अलावा क्वीन्सलैंड के कुछ मंत्रियों और क्रिकेटरों ने अपुष्ट रिपोर्टों पर प्रतिक्रिया दी है। इसमें ब्रिस्बेन में खेले जाने वाले चौथे टेस्ट को कोरोना के कड़े और दोहरे नियमों के कारण भारत ने कहीं और आयोजित कराने की बात कही है।
भारतीय टीम ने किया है नियम उल्लंघन का इनकार
टीम इंडिया ने कोरोना प्रोटोकॉल के संभावित उल्लंघन के आरोपों से इनकार किया है, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के अंतरिम सीईओ निक हॉकले ने सोमवार को ब्रिस्बेन से चौथे टेस्ट को स्थानांतरित करने के भारत के कयासों को खारिज कर दिया। हालांकि भारतीय टीम ने भी कहा है कि वहां के निवासियों और हमारे लिए अलग-अलग कोरोना नियमों के तहत हम नहीं जा सकते। समान नियमों का पालन हम करेंगे।
भारतीय टीम को क्वींसलैंड की सरकार की स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ब्रिस्बेन में खेलने के लिए आना है, तो कोरोना नियम मानने होंगे, अन्यथा यहाँ ना आएं। भारतीय टीम और बीसीसीआई ने भी इसे गंभीरता से लेते हुए वहां जाने से मना किया है। टीम इंडिया का कहना है कि खिलाड़ियों की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव है, तो क्वारंटीन क्यों रहना है। दौरे की शुरुआत में क्वारंटीन रहने के बाद अब फिर से ऐसा नहीं हो सकता।
भारतीय टीम का यह भी कहना है कि दौरा पूरा करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं और इसके लिए चौथा टेस्ट कहीं और आयोजित कराया जा सकता है।