Team India Women Captain Harmanpreet Kaur life story: आज का दिन यानी 8 मार्च का दिन पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाया जाता है। महिलाओं ने लगभग हर क्षेत्र में पुरुषों की बराबरी कर ली है, चाहे वह खेल हो या फिर अन्य कोई क्षेत्र। खेल क्षेत्र में भी महिलाओं का खास प्रदर्शन रहा है। महिला दिवस इसलिए और ज्यादा खास है क्योंकि आज देश की धाकड़ खिलाड़ी और लाखों लड़कियों की प्रेरणा भारतीय महिला क्रिकेटर हरमनप्रीत कौर का जन्मदिन है।
8 मार्च 1989 को जन्मी हरमनप्रीत ने 7 मार्च 2009 को वनडे क्रिकेट से अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की थी। उसी साल उन्होंने टी20 इंटरनेशनल में भी डेब्यू किया था। आज के इस खास मौके पर हम आपको हरमनप्रीत कौर की लाइफ से जुड़े दिलचस्प किस्से के बारे में बताएंगे।
हरमनप्रीत कौर के जन्म पर उनके माता-पिता को मिले थे ताने
हरमनप्रीत कौर का जन्म 8 मार्च 1989 को जालंधर में हुआ था। उनके जन्म पर जहां एक ओर उनके माता-पिता घर में खुशियां मना रहे थे, वहीं दूसरी ओर घर के बाकी सदस्य ताने दे रहे थे कि बेटा होता तो अच्छा होता। जिस घर में सिर्फ बेटियां होती हैं, उन मां-बाप को ऐसे तानों का कभी न कभी सामना करना पड़ता है। लेकिन हरमनप्रीत के पिता ने अपनी बेटी को इस कदर बनाया कि आज वहीं रिश्तेदार खुद का परिचय शान से देते हैं।
हरमिंदर सिंह भुल्लर ने हरमनप्रीत कौर ने अपने सपने को किया साकार
हरमनप्रीत कौर के पिता हरमिंदर सिंह भुल्लर एक वकील के पास क्लर्क (मुंशी) थे। हरमिंदर भुल्लर को बास्केटबॉल खेलने का शौक था और बचपन में स्कूल टीम में भी खेले थे। शादी और परिवार की जिम्मेदारी की वजह से उनका सपना कहीं खो गया। शादी के बाद हरमिंदर सिंह भुल्लर के घर में हरमनप्रीत का जन्म हुआ तो उन्हें लगा कि बेटी उनके अधूरे सपनों को पूरा करेगी। बचपन में ही हरमनप्रीत कौर अपने पिता के साथ टीवी पर मैच देखा करती थी। यहीं से उसे क्रिकेट खेलने का शौक लग गया। आर्थिक समस्याओं के बावजूद, हरमिंदर सिंह ने बेटी के सपनों में पूरा साथ दिया। हरमनप्रीत कौर पहले घर में ही क्रिकेट खेलती थीं और फिर बड़ी होने पर पड़ोस के बच्चों के साथ खेलना शुरू कर दिया।
10वीं पास करने के बाद उन्हें ट्रेनिंग के लिए भेज दिया गया था। कई पुरुष साथी खिलाड़ी एक-दूसरे से गाली-गलौच की भाषा में बात करते थे, तो हरमनप्रीत को बुरा लगता था, लेकिन हर बार उनके पिता हरमिंदर यह सोचकर खुद को रोक लेते थे कि कहीं बात बिगड़ न जाए। लिहाजा, उन्होंने ट्रेनिंग पर ही फोकस किया। नतीजा यह रहा कि आज हरमनप्रीत देश की धाकड़ महिला क्रिकेटर्स में से एक हैं और टीम इंडिया की कप्तान भी हैं। हरमनप्रीत कौर लंबे छक्के मारने के लिए जानी जाती हैं और मैदान पर उनका आक्रामक अंदाज भी काफी मशहूर है।