आईपीएल का 13वां सीजन 19 सितंबर से यूएई में खेला जाएगा। आईपीएल के इस सीजन में भारत के कुछ युवा गेंदबाजों को शानदार मौका मिल सकता है। कम से कम 50 भारतीय गेंदबाज अलग-अलग आईपीएल टीमों के साथ नेट बॉलर के तौर पर यूएई जाएंगे। बायो-सिक्योर बबल की वजह से ये फैसला लिया गया है।
आमतौर पर स्थानीय गेंदबाज नेट बॉलर के तौर पर यूज किए जाते हैं लेकिन इस साल सभी टीमें बायो सिक्योर बबल में रहेंगी। इस प्रोटोकाल का पालन करने के लिए सभी फ्रेंचाइजी अपने साथ भारत से ही नेट गेंदबाज लेकर जाएंगी।
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अभी तक 3 आईपीएल फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपर किंग्स, कोलकाता नाइट राइडर्स और दिल्ली कैपिटल्स ने कंफर्म कर दिया है कि वो सभी गेंदबाजों की लिस्ट तैयार कर रही हैं। इनमें तेज गेंदबाज से लेकर स्पिनर, फर्स्ट क्लास क्रिकेटर से लेकर अंडर-19 क्रिकेटर और अंडर-23 के क्रिकेटर भी शामिल होंगे।
चेन्नई सुपर किंग्स के सीईओ काशी विश्वनाथ ने मंगलवार को पीटीआई से बातचीत में कहा,
अगर सबकुछ ठीक रहा तो हम कम से कम 10 गेंदबाज प्रैक्टिस सेशन के लिए यूएई ले जाने वाले हैं। वे सभी टूर्नामेंट स्टार्ट होने तक टीम के साथ रहेंगे।
कोलकाता नाइट राइडर्स ने भी कहा है कि वो 10 नेट गेंदबाजों की लिस्ट तैयार कर रहे हैं। इन गेंदबाजों को एकेडमी कोच अभिषेक नायर चुनेंगे। दिल्ली कैपिटल्स की टीम लगभग 6 गेंदबाजों को लेकर जाएगी। वहीं राजस्थान रॉयल्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर भी आईपीएल के लिए अपने नेट गेंदबाजों की लिस्ट तैयार करने वाले हैं।
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आईपीएल शुरु होने के एक महीने पहले यूएई रवाना होंगी सभी टीमें
आपको बता दें कि सभी टीमें आईपीएल शुरु होने के एक महीने पहले ही यूएई रवाना हो जाएंगी। वहां पर उन्हें बायो-सिक्योर बबल में रहना होगा। सभी खिलाड़ियों को निर्धारित प्रोटोकाल का पालन करना होगा।