न्यूजीलैंड के खिलाफ मुंबई टेस्ट मैच (IND vs NZ) की पहली पारी में मयंक अग्रवाल (Mayank Agarwal) ने भारत के लिए धाकड़ बल्लेबाजी करते हुए पहले ही दिन शतक जमाया। वह शतक जड़ने के बाद भी दिन की अंतिम गेंद तक टिके रहे। इसको लेकर अब उनकी तरफ से प्रतिक्रिया भी आई है। अग्रवाल ने कहा कि यह शतक धैर्य और दृढ संकल्प से आया है।
अग्रवाल ने पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद कहा कि सनी सर (सुनील गावस्कर) ने मुझसे कहा था कि बल्ले को ज्यादा ऊपर रखने के बजाय नीचे रखूं। कम समय में यह अडजस्टमेंट मैं कर नहीं पा रहा था। जब मुझे वह यह बता रहे थे, तब मैं उनकी पोजीशन देख पा रहा था। यह साइड ऑन था। उस बातचीत के बाद मैंने भी उसे ऐसे पकड़ा।
मयंक अग्रवाल ने अपने शतक को लेकर कहा कि यह पारी धैर्य और दृढ़ संकल्प के बारे में अधिक थी। अपनी योजना पर टिके रहना, बस मानसिक अनुशासन का होना, योजना पर बने रहना था। मुझे पता है कि कई बार मैं अच्छा नहीं दिखता था, लेकिन जब तक काम हो रहा होता है तब तक इससे कोई फर्क नहीं पड़ा।
एजाज पटेल ने 4 विकेट झटके लेकिन मयंक अग्रवाल ने उनकी धुनाई भी काफी की। इसको लेकर उन्होंने कहा कि एजाज पटेल पर आक्रमण करने की योजना थी। मुझे लगता है कि उन्होंने अच्छी गेंदबाजी की। वह एक क्लस्टर में गेंदबाजी कर दबाव डाल रहे थे। इसलिए हमारी योजना आक्रमण करने की थी। लम्बा, छोटा जो भी बॉल आया, मैं हिट करने जा रहा था।
उल्लेखनीय है कि मयंक अग्रवाल ने भारतीय टीम की पारी को मुश्किल स्थिति से आगे बढ़ाया। टीम का स्कोर 80/3 था और उन्होंने आक्रमण करते हुए तेजी से रन बनाने का प्रयास किया। हालांकि वह बीच में डिफेंसिव भी थे। शतक के बाद भी वह टिके रहे और पहले दिन नाबाद 120 रन बनाकर लौटे। टीम इंडिया का स्कोर 4 विकेट पर 221 रन है।